अफगानिस्तान में करीब 20 साल तक जंग लड़ने के बाद आखिरकार काबुल से अमेरिकी सैनिकों की वापसी हो गई है। सोमवार को अमेरिका की आखिरी फ्लाइट के उड़ान भरने के बाद तालिबान ने धुआंधार गोलीबारी कर इसका जश्न मनाया।
तालिबानी लड़ाकों ने काबुल एयरपोर्ट पर कब्जा कर लिया है और अफगान राजधानी के आसमान में आतिशबाजी जैसा नजारा दिखाई पड़ रहा है।
पेंटागन न्यूज ब्रीफिंग के दौरान सोमवार को यूएस सेंट्रल कमांड के प्रमुख मरीन जनरल फ्रैंक मैकेंजी ने आखिरी अमेरिकी विमान के काबुल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के बाद सैनिकों के वापसी अभियान के पूरे होने की घोषणा की। फ्लाइट के निकलने के एक घंटे बाद एयरपोर्ट पर तालिबान का जश्न शुरू हुआ।
लड़ाकों ने हवा में ताबड़तोड़ फायरिंग की, एयरपोर्ट पर तालिबानी झंडा फहराया और जीत के नारे लगाए। शीर्ष तालिबानी नेता अनस हक्कानी ने पुष्टि करते हुए कहा कि अमेरिका ने आधिकारिक रूप से 19 साल 8 महीने के बाद अफगानिस्तान छोड़ दिया है।
तालिबान ने अमेरिकी सैनिकों की वापसी को ‘ऐतिहासिक क्षण’ बताया और कहा कि अफगानिस्तान अब पूरी तरह से ‘आजाद’ हो चुका है।
अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि हम उन सभी को नहीं निकाल पाए जिन्हें निकालना चाहते थे। अगर हम 10 दिन और भी रुक जाते तो भी उन सभी को नहीं निकाल पाते। लोग फिर भी निराश होते। उन्होंने इसे एक ‘कठिन स्थिति’ बताया।