रायपुर। छत्तीसगढ़ की पुलिस नक्सलियों के ताबूत में आखिरी कील ठोकने की तैयारी में है। यह बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने रविवार को रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित राष्ट्रपति निशान अलंकरण समारोह में कही। उन्होंने नक्सलियों से हथियार छोड़कर मुख्य धारा में लौटने की अपील की।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह (Amit Shah) ने कहा कि प्रदेश की पुलिस ने कानून-व्यवस्था और नक्सल मोर्चे के साथ ही कोरोना महामारी में भी बहुत अच्छा काम किया है। केंद्र और राज्य सरकार छत्तीसगढ़ और देश को नक्सलमुक्त बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्हाेंने कहा कि 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ और देश से नक्सलवाद का पूर्णतः खात्मा हो जाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री ने राज्य की पुलिस को राष्ट्रपति निशान (पुलिस कलर्स अवार्ड-2024) सौंपा। यह देश के सशस्त्र बलों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। विगत 24 वर्षों में छत्तीसगढ़ पुलिस की असाधारण सेवाओं, बहादुरी और कर्तव्यपरायणता के लिए राज्य को यह सम्मान मिला है।
शाह (Amit Shah) ने राष्ट्रपति निशान अलंकरण समारोह में छत्तीसगढ़ पुलिस को बधाई देते हुए कहा कि राष्ट्रपति का पुलिस कलर्स अवार्ड केवल एक सम्मान नहीं है, यह सेवा और कर्तव्य का प्रतीक है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सलवाद, संगठित अपराध और मादक पदार्थों के खिलाफ लड़ाई में जो साहस और प्रतिबद्धता दिखाई है, वह अभूतपूर्व है। छत्तीसगढ़ पुलिस देश के सर्वश्रेष्ठ और बहादुर पुलिस बलों में से एक बनकर उभरा है।
उन्हाेंने छत्तीसगढ़ पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि उसने न केवल कानून और व्यवस्था को बनाए रखा है, बल्कि जनता के विश्वास को भी मजबूत किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि राष्ट्रपति का पुलिस कलर्स अवार्ड पुलिस बल के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा, उनका हौसला और मनोबल बढ़ाएगा। उन्हाेंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जांबाज पुलिस को राष्ट्रपति निशान सौंपना मेरे लिए भी गर्व की बात है। यह सम्मान छत्तीसगढ़ की पुलिस की कड़ी मेहनत, समर्पण और जनता के प्रति लगाव का द्योतक है। उन्हाेंने समारोह में देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को आज उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सरदार पटेल ने देश को एकता के सूत्र में पिरोने का जो कार्य किया, उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनुच्छेद-370 को हटाकर और मजबूत किया है।
राष्ट्रपति निशान अलंकरण समारोह में परेड द्वारा मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सलामी दी गई। उन्हाेंने सलामी के बाद परेड का निरीक्षण किया। महिला और पुरुष प्लाटून द्वारा मार्चपास्ट भी किया गया।
शाह ने धर्मगुरुओं द्वारा मंत्रोच्चार के बाद आकाश में तिरंगे गुब्बारों और शानदार आतिशबाजी के बीच छत्तीसगढ़ पुलिस को राष्ट्रपति निशान सौंपा। उन्होंने कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ पुलिस की 24 वर्षों के सफर पर आधारित कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और आसूचना ब्यूरो के निदेशक तपन कुमार डेका, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, सहित पुलिस प्रशासन के अधिकारी, जवान और बलिदान जवानों के परिजन बड़ी संख्या में समारोह में उपस्थित थे।