गोरखपुर। प्रदेश के पहले, महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के लोकार्पण समारोह में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल (Anandi Ben Patel) ने किसानों का आह्वान किया कि वे ‘एक गांव-एक औषधीय पौधा’ अभियान की शुरुआत करें। आयुष विश्वविद्यालय के रूप में पूर्वांचल में आयुर्वेद का बड़ा सेंटर शुरू हो रहा है और इसके माध्यम से औषधीय खेती को भी बढ़ावा मिलेगा।
लोकार्पण समारोह की मुख्य अतिथि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु का अभिवादन करते हुए राज्यपाल (Anandi Ben Patel) ने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय के आसपास के गांवों के किसान औषधीय पौधो की खेती कर अधिक आर्थिक उपार्जन कर सकते हैं। इससे बिना हानि वाली दवाएं बनेंगी और जनता का आशीर्वाद भी प्राप्त होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि एक गांव में एक तरह के औषधीय पौधे लगाए जाएं तो दूसरे गांव में दूसरे तरह के।
राज्यपाल (Anandi Ben Patel) ने कहा कि चिकित्सा की सारी पद्धतियों के होते हुए भी यह विचार करना जरूरी है कि क्या हम हर जगह पहुंच पाए हैं। उन्होंने अपील की कि आंगनबाड़ी केंद्रों के जरिये होम्योपैथ और आयुर्वेद की हानिरहित दवाएं लोगों तक पहुंचाई जाए। इसमें डॉक्टरों, समाजसेवियों और जनप्रतिनिधियों को भी बड़ी भूमिका निभानी होगी। राज्यपाल ने कहा कि पीएम मोदी और सीएम योगी जन आरोग्यता के लिए सदैव चिंता करते हैं।
आयुष विश्वविद्यालय के लोकार्पण समारोह को आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र दयालु ने भी संबोधित किया। स्वागत संबोधन आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो के. रामचंद्र रेड्डी ने किया।
इस अवसर पर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, मत्स्य विभाग के मंत्री संजय निषाद, सांसद रविकिशन शुक्ल, स्थानीय विधायक महेंद्रपाल सिंह सहित कई जनप्रतिनिधि, गणमान्यजन और बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।