• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

पितृ पक्ष में ऐसे प्रसन्न होंगे पितर, दूर होंगी जीवन की बाधाएं

Writer D by Writer D
23/08/2025
in धर्म, फैशन/शैली
0
Pitru Paksha

Pitra Dosh

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हिंदू धर्म में (Pitru Paksha) का विशेष महत्व है। इसे श्राद्ध पक्ष भी कहा जाता है। माना जाता है कि इस पखवाड़े में हमारे पूर्वज पृथ्वी पर आते हैं और अपने वंशजों के श्राद्ध और तर्पण स्वीकार कर आशीर्वाद देते हैं। पितरों की प्रसन्नता से परिवार में सुख-समृद्धि आती है और जीवन की हर बाधा दूर होती है।

पितृ पक्ष (Pitru Paksha) 2025 का आरंभ 7 सितंबर से हो रहा है और 21 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या के साथ इसका समापन होगा। इन 15 दिनों में श्राद्ध और तर्पण के जरिए अपने पूर्वजों को प्रसन्न करना हर हिंदू परिवार का कर्तव्य माना गया है। पितरों का आशीर्वाद जीवन की हर रुकावट को दूर कर देता है और परिवार में समृद्धि और शांति लाता है।

पितृ पक्ष (Pitru Paksha) 2025 कब से कब तक?

शुरुआत 7 सितंबर 2025, रविवार (भाद्रपद पूर्णिमा के अगले दिन से)

समापन 21 सितंबर 2025, रविवार (अमावस्या तिथि को सर्वपितृ अमावस्या)

इस बार पितृ पक्ष की अवधि 15 दिनों की रहेगी, जिसमें लोग अपने पूर्वजों के लिए विधि-विधान से श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करेंगे।

पितृ पक्ष (Pitru Paksha) का महत्व

पितृ पक्ष (Pitru Paksha) को लेकर शास्त्रों में कहा गया है श्राद्धादिभिः संतुष्टाः पितरः प्रीणयन्ति नः। यानी श्राद्ध और तर्पण से प्रसन्न होकर पितर अपने वंशजों का कल्याण करते हैं। ऐसा माना जाता है कि अगर किसी परिवार में बार-बार बाधाएं आती हैं, काम में सफलता नहीं मिलती या संतान सुख में रुकावट होती है, तो पितरों को प्रसन्न करने से इन समस्याओं का निवारण हो जाता है।

पितरों को प्रसन्न करने के उपाय

श्राद्ध करें गंगाजल, तिल और कुश का प्रयोग कर श्राद्ध और पिंडदान करें।

तर्पण करें काले तिल और जल से तर्पण करने पर पितर संतुष्ट होते हैं।

ब्राह्मणों को भोजन कराएं पितृ पक्ष में ब्राह्मणों और जरूरतमंदों को भोजन और दान देना अत्यंत पुण्यकारी है।

अनाज और वस्त्र दान करें पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए अन्न, वस्त्र और दक्षिणा का दान अवश्य करें।

गौ सेवा और गाय को भोजन गाय को हरा चारा और रोटी खिलाने से पितर जल्दी प्रसन्न होते हैं।

धार्मिक ग्रंथों का पाठ गीता, गरुड़ पुराण और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना शुभ है।

पितृ पक्ष (Pitru Paksha) में क्या न करें

इस दौरान शादियां, गृह प्रवेश, मुंडन जैसे शुभ कार्य न करें।

मांस, मदिरा और तामसिक भोजन से परहेज करें।

पूर्वजों का अनादर न करें, यह दोषकारी माना गया है।

Tags: pitru paksha
Previous Post

इस तरह से करें गणेश स्थापना, जानें पूजन का सही तरीका

Next Post

पहली बार रख रही हैं हरतालिका तीज का व्रत, तो जान लें यह नियम

Writer D

Writer D

Related Posts

Bhai Dooj
धर्म

इस दिन मनाया जाएगा भाई दूज, जानें तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त

20/10/2025
Govardhan Puja
Main Slider

गोवर्धन पूजा कब है, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा महत्व

20/10/2025
Gulab Jamun
खाना-खजाना

दिवाली पर बनाएं ये डिश, मेहमान भी मांगेंगे रेसिपी

20/10/2025
Lizard
Main Slider

दिवाली पर इस जानवर का दिखना होता है शुभ, कारोबार में मिलेगी सफलता

20/10/2025
Rangoli
फैशन/शैली

दिवाली पर नहीं मिला रंगोली बनाने का टाइम, तो इन ट्रिक्स से मिनटों में बना लेंगी

20/10/2025
Next Post
Hartalika Teej

पहली बार रख रही हैं हरतालिका तीज का व्रत, तो जान लें यह नियम

यह भी पढ़ें

corona

इस देश में कोरोना का हमला, दो लाख से अधिक लोग पीड़ित

17/05/2022
fire in iPhone XR

उड़ती फ्लाइट में हुआ हादसा, iPhone XR में लगी आग, बड़ा हादसा टला

22/04/2021
Dr. Ashutosh Verma

सपा ने अचानक लखनऊ से राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. आशुतोष वर्मा का करवाया नामांकन, जानें पूरा मामला

03/05/2024
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version