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अंगारक योग होता है बेहद खतरनाक, इस दिन तक रहें सावधान

Angarak yoga

Angarak yoga

ज्योतिष शास्त्र में विभिन्न प्रकार के योग होते हैं। कुछ योग शुभ फल प्रदान करते हैं तो कुछ अशुभ फल देते हैं। ऐसे ही अशुभ फल देने वाला योग है अंगारक योग (Angarak Yoga) । अंगारक योग मंगल और केतु की युति से बनता है। इस योग के बनने से जीवन में तरह-तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

जून माह में सिंह राशि में मंगल और केतु की युति इस खतरनाक योग का निर्माण कर रही है। 28 जुलाई तक इस युति की वजह से दिन बहुत चुनौतिपूर्ण हो सकते हैं। केतु का गोचर सिंह राशि में 18 मई, 2025 को हुआ था और मंगल भी 7 जून, 2025 से सिंह राशि में विराजमान हैं। 28 जुलाई 2025 तक मंगल और केतु की यह युति बनी रहेगी।

अंगारक योग (Angarak Yoga) 

मंगल ऊर्जा, साहस का प्रतीक है, वहीं केतु रहस्यमयता, मानसिक शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है। जब ये दोनों ग्रह एक ही राशि में आते हैं, तो व्यक्ति में गुस्सा, जल्दबाज़ी और भ्रम, क्रोध जैसे चीजें बढ़ जाती हैं और मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस दौरान अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने की बहुत ज्यादा जरूरत है अन्यथा आपके काम बिगड़ सकते हैं। संयम और समझदारी से हम काम में आगे बढ़ें।

इन समस्याओं का करना पड़ सकता है समना

आपके और आपके पार्टनर के बीच रिश्ते खराब हो सकते हैं, रिश्लेशनशिप में दिक्कतें आ सकती हैं। एक दूसरे से लड़ाई हो सकती है। बिना वजह लाइफ में दिक्कतें शुरू हो सकती हैं। यह कारण अंगारक योग के कारण हो सकता है।

हर काम में जल्दी होना, आलस्य का होना, अपनी जिंदगी में हर बात पर चिड़चिड़ा होना। कोई काम करने की कोशिश करते हैं तो आप उसे पूरा नहीं कर पाते और सही से आगे नहीं बढ़ पाते। यह सभी समस्याएं अंगारक योग के कारण आ सकती हैं।

उपाय-

इसीलिए जब तह केतु और मंगल की युति है तो 28 जुलाई तक रोज सुबह उठते ही हनुमान चालीसा का पाठ करें। आंख खुलने से पहले इस पाठ को जरूर सुने। ऐसा करने से आपको लाभ मिलेगा और आपकी समस्याएं कम हो सकती हैं।

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