सौ करोड़ वसूली मामले में आरोपों का सामना कर रहे महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख की मुश्किलें दिन पर दिन बढ़ती ही का रही है। जैसे जैसे जांच आगे बढ़ रही है वैसे वैसे रोज एक नया खुलासा हो रहा है।
ऐसा ही भ्रष्टाचार के मामले में वित्तीय मोर्चे पर एक नया खुलासा हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामले की जांच कर रही सीबीआई को देशमुख के बेटों की आधा दर्जन कंपनियों के बारे में पता चला है। इस मुद्दे पर देशमुख ने प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है। देशमुख पर मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने आरोप लगाए थे।
द इंडियन एक्स्प्रेस की एक रिपोर्ट में में सीबीआई सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि देशमुख के दो बेटों- सलिल और ऋषिकेश की 6 कंपनियों के बारे में पता चला है। भ्रष्टाचार मामले की जांच के बीच सीबीआई दोनों बेटों की कंपनियों के आर्थिक रिकॉर्ड की जांच कर रही हैं। इसमें कोलकाता स्थित जोडियाक डीलकॉम प्राइवेट लिमिटेड का नाम भी शामिल है। यह कंपनी कोलकाता की मर्केंटाइल बिल्डिंग में है।
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खास बात है कि कोलकाता स्थित कंपनी जिस पते पर संचालित की जा रही है, उसे शेल कंपनियों का हॉटस्पॉट कहा जाता है। शेल कंपनियां से मतलब ऐसी कंपनियों से हैं, जो रजिस्टर्ड तो होती हैं, लेकिन खास तौर से कोई आर्थिक संचालन नहीं करती हैं। सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार की तरफ से नियुक्त की गई टास्क फोर्स ने साल 2017 में यहां 400 से ज्यादा शेल कंपनियों की पहचान की थी। बाद में सरकार की तरफ से कई कंपनियों को बंद करा दिया गया था।
हालांकि, रजिस्ट्रार ऑफ कंपनी के आंकड़े बताते हैं कि इस बिल्डिंग में 100 से ज्यादा कंपनियां अभी भी काम कर रही हैं। कम से कम 30 सक्रिय कंपनियों का पता जोडियाक डीलकॉम के पते पर ही रजिस्टर्ड है।
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बॉम्बे हाईकोर्ट की तरफ से आदेश जारी होने के बाद सीबीआई ने देशमुख के खिलाफ जांच शुरू की थी। अदालत ने परमबीर सिंह की तरफ से लगाए गए आरोपों की जांच की बात कही थी। 20 मार्च को सिंह ने 8 पन्नों का एक लैटर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पहुंचाया था। इसमें आरोप लगाया गया था कि देशमुख ने सचिन वाजे से मुंबई के 1750 बार और रेस्त्रां से हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली करने के लिए कहा था।