लखनऊ। आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) उत्तर प्रदेश को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। लाखों रुपये की ठगी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के सक्रिय सदस्य अनिल कुमार तिवारी (Anil Tiwari) उर्फ डॉक्टर को ईओडब्लू की टीम ने शुक्रवार को फैजाबाद रोड, लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया।
मामला वर्ष 2009 का है, जब बेंगलुरु (कर्नाटक) में मेसर्स यूनी पे टू यू मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड नामक एक आॅनलाइन कम्पनी की स्थापना की गई थी। कम्पनी ने उन्नाव सहित विभिन्न जिलों में शाखाएं खोलकर आम जनता से 10 महीने में पैसा दोगुना करने और फिक्स डिपॉजिट पर अधिक ब्याज देने का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी की थी।
कम्पनी निवेशकों का धन लौटाए बिना ही अचानक कार्यालय बंद कर फरार हो गई। इस संबंध में वर्ष 2013 में कोतवाली, उन्नाव में आईपीसी की कई गंभीर धाराओं और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ, जिसकी जांच बाद में शासन के आदेश पर ईओडब्ल्यू लखनऊ को सौंपी गई थी।
ईओडब्ल्यू द्वारा इस मामले में अब तक कुल 09 नामजद अभियुक्तों में से 06 को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। बाकी बचे 03 अभियुक्तों में से अनिल कुमार तिवारी उर्फ डॉक्टर की गिरफ्तारी अब की गई है। अनिल (Anil Tiwari) इस ठगी गैंग का महत्वपूर्ण सदस्य था, जबकि गिरोह का मुख्य सरगना मुकनधन गनगम, जो मलेशिया का निवासी है, अब भी फरार है। उसके खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी किया जा चुका है और गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।