फिरोजाबाद। टिकट बटवारे से पूर्व ही सपा को एक और झटका लगा है। शिकोहाबाद विधानसभा सीट से सपा के पूर्व विधायक ओमप्रकाश वर्मा सपा से इस्तीफा देकर रविवार को भाजपा में शामिल हो गये।
वह शिकोहाबाद सीट से सपा के प्रवल दावेदार माने जा रहे थे लेकिन वर्तमान भाजपा विधायक डॉ मुकेश वर्मा के सपा में शामिल होने के बाद उनको अपना टिकट कटता नजर आ रहा था। भाजपा उन्हें शिकोहाबाद विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतार सकती है।
शिकोहाबाद के पूर्व विधायक ओमप्रकाश वर्मा भाजपा सरकार के पूर्व वन मंत्री और निषाद समाज के कद्दावर नेता स्व0 रघुवर दयाल वर्मा के पौत्र है। चार वार के विधायक और मंत्री रहे रघुवर दयाल वर्मा सपा में शामिल हो गये थे।
वर्ष 2011 में पूर्व मंत्री के निधन के बाद सपा ने वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में उनके पौत्र ओमप्रकाश वर्मा को समाजवादी पार्टी के टिकट पर शिकोहाबाद विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा था और वह विधायक चुने गये थे। वर्ष 2017 में भी वह इस सीट से सपा के प्रवल दावेदार थे लेकिन अंतिम समय पर सपा ने इस सीट से संजय यादव को चुनाव मैदान में उतार दिया था।
2022 के विधानसभा चुनाव में भी वह शिकोहाबाद सीट से सपा के प्रवल दावेदार माने जा रहे थे लेकिन हाल ही में भाजपा सरकार के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में इस्तीफा देकर शिकोहाबाद के भाजपा विधायक डॉ मुकेश वर्मा के सपा में शामिल होने के बाद इस सीट पर सियासी हलचल तेज हो गयी थी। पूर्व विधायक ओमप्रकाश वर्मा ने सपा से टिकट कटता देख रविवार को लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली है।
निषादों के बीच है अच्छी पकड़
शिकोहाबाद विधानसभा का ज्यादातर भाग निषाद बाहुल्य है। यहां पूर्व विधायक ओम प्रकाश वर्मा की निषादों के बीच अच्छी पकड़ मानी जाती है, ऐसे में अब माना जा रहा है कि बीजेपी शिकोहाबाद विधानसभा सीट से ओम प्रकाश वर्मा को चुनाव मैदान में उतार सकती है।