उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद बाहुबली बसपा विधायक मुख्तार अंसारी की मऊ के गैंगस्टर कोर्ट में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी हुई। जिसमें पुलिस प्रशासन द्वारा कोर्ट से मांग किया गया था कि मुख्तार अंसारी को व्यक्तिगत रूप से मऊ न्यायालय में उपस्थित किया जाए।
लेकिन अधिवक्ता दरोगा सिंह के एप्लिकेशन पर कोर्ट ने पुलिस की मांग को खारिज करते हुए 60 दिनों का ज्यूडिशियल रिमांड दे दिया है। और अगली तारीख 11 जून 20121 को नियत की है।
वहीं मुख्तार अंसारी ने पेशी के दौरान कोर्ट से कहा कि मुझे जेल मैनुअल के हिसाब व्यवस्था उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। साथ ही मुख्तार अंसारी ने मांग किया कि चिकित्सकीय परीक्षण के अनुसार मुझे तकिया, हाडबेड, कुर्सी, कूलर व फिजियोथेरेपी की व्यवस्था की जाए। जिसके बाद गैंगस्टर कोर्ट ने बांदा जेल को आदेशित करते हुए कहा कि ये सब व्यवस्था की जाए। हालांकि ये जानकारी मुख्तार अंसारी के अधिवक्ता दरोगा सिंह ने मीडिया कर्मियों को दी।
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गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी को हाल ही में पंजाब से उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में शिफ्ट किया गया है। जेल से बदली सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद की गई। इसी को लेकर मुख्तार एक बार फिर चर्चाओं में था।
इसी बीच शुक्रवार को फर्जी नाम-पता के सहारे जारी शस्त्र लाइसेंस मामले में जमानत मिल गई थी। हालांकि इस जमानत के बाद भी मुख्तार को जेल में ही रहना होगा। मुख्तार पर अन्य मामले भी चल रहे हैं।
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उधर मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और सांसद अफजाल अंसारी ने योगी सरकार पर गंभीर सवाल खड़े करते हुए उनकी जान को खतरा बताया है। अफजाल अंसारी ने कहा कि जिस तरह से सरकार के मंत्री और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बयानबाजी कर रहे हैं उससे कहीं न कहीं शंका पैदा हो रही है।