लखनऊ। सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) द्वारा रामचरित मानस (Ramcharit Manas) पर दिए गए बयान पर भाजपा नेता अपर्णा यादव (Aparna Yadav) ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य अपने चरित्र का उदाहरण दे रहे हैं। सच तो ये है कि उन्होंने रामचरित मानस पढ़ा ही नहीं हैं।
अपर्णा यादव (Aparna Yadav) ने कहा कि राम भारत का चरित्र है। राम आज भी उतने की महत्वपूर्ण हैं। रामचरितमानस का लगभग हर भाषा में अनुवाद हो चुका है। हजारों वर्षों के बाद भी आज भी कहीं इसका पाठ होता है तो नया जैसा लगता है। हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी राम को सम्मान देते हैं। इतने महत्वपूर्ण ग्रंथ पर टिप्पणी करना गलत है। ये बयान स्वामी प्रसाद की मानसिकता को दर्शाता है।
‘रामचरित मानस में सब बकवास’, स्वामी प्रसाद का विवादित बयान
रामचरितमानस पर बिहार के मंत्री की आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने बयान देकर विवाद को बढ़ा दिया है। सपा नेता ने कहा, रामचरितमानस में दलितों और महिलाओं का अपमान किया गया है।
तुलसीदास ने ग्रंथ को अपनी खुशी के लिए लिखा था। करोड़ों लोग इसे नहीं पढ़ते। इस ग्रंथ को बकवास बताते हुए कहा कि सरकार को इस पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए।