प्रयागराज| उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने गुरुवार से सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों के 15,508 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार प्रधानाचार्यों की भर्ती के लिए भी जल्द ही आवेदन शुरू होंगे। नियुक्ति प्रक्रिया जुलाई 2021 से पहले पूरी करने का लक्ष्य है।
इन भर्तियों में (ईडब्ल्यूएस) वर्ग के अभ्यर्थियों को भी 10 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। चयन बोर्ड ने साफ कर दिया है कि किसी भी आरक्षण का लाभ उत्तर प्रदेश के निवासियों के लिए ही अनुमन्य है। 2016 में टीजीटी-पीजीटी के तकरीबन 10 हजार पदों पर भर्ती के लिए आवेदन लिए गए थे।
बाद में घोषित होगी लिखित परीक्षा की तारीख: शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी। परीक्षा दो घंटे की होगी। सभी प्रश्न बहुविकल्पीय होंगे। लिखित परीक्षा की तारीख बाद में घोषित की जाएगी।
माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड के चार दशक की सबसे बड़ी भर्ती करेगा उत्तर प्रदेश
ईडब्ल्यूएस को कम देना होगा आवेदन शुल्क: ईडब्ल्यूएस वर्ग के अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क कम देना होगा। टीजीटी में अनारक्षित व ओबीसी 700-700, ईडब्ल्यूएस व एससी 400-400 एसटी को 200 रुपये फीस है। 50 रुपये ऑनलाइन प्रक्रिया शुल्क रखा गया है। अनारक्षित व ओबीसी को 750, ईडब्ल्यूएस व एससी को 450 जबकि एसटी को 250 रुपये फीस चुकानी होगी।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में एडेड कॉलेजों में पूर्व से कार्यरत तदर्थ शिक्षकों से भी ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। उन्हें सेवाकाल के अनुरूप वेटेज (भारांक) का लाभ मिलेगा। सेवाकाल का सत्यापन जिला विद्यालय निरीक्षक करेंगे। तदर्थ शिक्षकों के सेवाकाल की गणना ट्रेजरी से वेतन भुगतान की तिथि से एक जुलाई 2020 तक होगी।
तदर्थ शिक्षकों को एक वर्ष की सेवा पर 1.75 अंक और अधिकतम 35 अंकों का भारांक (अधिभार) मिलेगा। तदर्थ शिक्षकों के लिए टीजीटी व पीजीटी की लिखित परीक्षा क्रमश: 465 व 390 अंकों की होगी। इनके अलावा अन्य सभी अभ्यर्थियों के लिए टीजीटी व पीजीटी की लिखित परीक्षा क्रमश: 500 व 425 अंकों की होगी।