Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

मस्तक पर लगाएं केसर का तिलक, दूर हो जाएंगे मांगलिक दोष

Turmeric Tilak

Turmeric Tilak

हिंदू धर्म में तिलक (Tilak) का विशेष महत्व बताया गया है। पौराणिक मान्यता है कि मस्तक पर जिस स्थान पर तिलक लगाया जाता है, उसी स्थान पर ब्रह्म स्वरूप आत्मा का वास होता है, इसलिए तिलक लगाया जाता है। वहीं, वैदिक ज्योतिष में भी ग्रह शांति के लिए तिलक लगाने से संबंधित उपाय बताए गए हैं। यदि आपकी लग्न कुंडली में कुछ ग्रह अशुभ प्रभाव दे रहे हैं और आप ग्रहों की शांति के साथ जीवन में शांति, तरक्की पाना चाहते हैं, तो केसर का तिलक लगा सकते हैं। पंडित गोपाल मांगरोले यहां केसर का तिलक लगाने के फायदे बता रहे हैं –

केसर का धार्मिक महत्व

केसर का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है, लेकिन ज्योतिष शास्त्र में भी केसर के उपाय के बारे में जानकारी दी गई है। मांगलिक कार्यों के साथ देवी-देवताओं के पूजन में केसर का उपयोग हजारों सालों से हो रहा है। ज्योतिष के मुताबिक, केसर के उपयोग से देव गुरु बृहस्पति प्रसन्न और अनुकूल होते हैं और बिगड़ी किस्मत को संवार सकते हैं।

ग्रह शांति के लिए केसर के ज्योतिष उपाय

यदि आपकी कुंडली में गुरु ग्रह अशुभ फल दे रहा है तो गुरुवार को खीर में केसर डालकर सेवन करना शुभ होता है। इसके अलावा, रोज केसर का तिलक लगाने से भगवान भोलेनाथ, श्री हरि विष्णु, गणेश जी और माता लक्ष्मी प्रसन्न होते हैं। घर में धन की कमी नहीं होती है।

कुंडली में चंद्रमा कमजोर हो तो करें ये उपाय

पंडित गोपाल मांगरोले के मुताबिक, यदि कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है तो जातक भावनात्मक रूप से काफी कमजोर हो जाता है, ऐसी परिस्थिति में भी केसर का उपाय काम आता है। जातक को चांदी की एक ठोस गोली को चांदी की डिबिया में केसर के साथ रखना चाहिए, जिससे मानसिक स्थिरता आती है।

पति-पत्नी में विवाद हो तो करें ये उपाय

यदि पति-पत्नी में किसी प्रकार का विवाद है तो केसर मिश्रित दूध से 3 माह तक भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए और पति को केसर का तिलक (Tilak) लगाना चाहिए। इसके अलावा, यदि घर में आर्थिक तंगी है तो 7 सफेद कौड़ियों को केसर से रंग कर लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखने से फायदा होता है।

ऐसे दूर करें मांगलिक दोष

यदि आपकी कुंडली में मांगलिक दोष है, तो लाल चंदन में केसर मिलाकर हनुमान जी तो तिलक लगाना शुभ होता है। ऐसा करने से मंगल का अशुभ प्रभाव भी खत्म होता है।

Exit mobile version