बालों की तमाम समस्याओं से छुटकारा पाने का आर्युर्वेद में सबसे बेहतरीन तरीका होता है पोटली मसाज। यह बालों की समस्याओं से छुटकारा पाने का प्राकृतिक तरीका है। पोटली मसाज से बालों का झड़ना (Hair Fall) बंद होता है।
क्योंकि पोटली में आुर्वेदिक जड़ी बूटियां होती है जिसे मलमल के कपड़े में बाध कर इसमें गर्म तेल या रेत या हर्बल पाउडर में डुबाया जाताहै। फिर इससे मसाज की जाती है। इस मसाज से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है।
पोटली के अंदर के आयुर्वेदिक हर्ब्स आपके स्कैल्प स्किन को आवश्यक पोषण देती हैं, वहीं इसमें इस्तेमाल हुए ऑयल स्कैल्प और बालों के अंदर तक अवशोषित होकर इसे मुलायम बनाती हैं। वहीं स्कैल्प ड्राइनेस को भी कम कर देती है। यह डैंड्रफ और अन्य प्रकार से संक्रमण में बेहद कारगर होती है। यदि आप अपने झड़ते बालों (Hair Fall) से परेशान हैं, तो पोटली मसाज को बालों पर जरूर ट्राई करें।
पोटली मसाज बालों के लिए कई रूपों में फायदेमंद साबित हो सकता है। यह स्कैल्प पर काम करते हुए आपके बालों को उचित पोषण प्रदान करता है। स्कैल्प पर गर्म पोटली से दबाव बनाने से स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बूस्ट होता है, जिससे हेयर फॉलिकल्स तक पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन पहुंचता है, और बाल जड़ से मजबूत होते हैं। एक स्वस्थ हेयर फॉलिकल्स हेल्दी हेयर ग्रोथ में मदद करती है।
पोटली मसाज के लिए ऐसे बनाएं पोटली
घर में पोटली बनाने के लिए मलमल के कपड़े की छोटी-छोटी पोटली बनाएं। सभी पोटली को मेंहदी, आंवला, शिकाकाई, ब्राह्मी और भृंगराज जैसी जड़ी-बूटियों के मिश्रण से भरें। पाउच को कुछ मिनट के लिए गर्म तेल (नारियल, बादाम या तिल) में डुबोकर रख दें।
इससे जड़ी-बूटियों में तेल मिल जायेगा, और आपके स्कैल्प में सुखदायक गर्माहट पैदा करेगा। गर्म पाउच से अपने सिर पर गोलाकार गति में धीरे-धीरे मालिश करें। रक्त प्रवाह को उत्तेजित करने और बालों के रोम तक पहुंचने के लिए दबाव डालें।
जब यह ठंडा हो जाए तो इसे वापस से तवे पर गर्म करें और स्कैल्प पर अप्लाई करें। पोटाली को अपने सिर पर 15-20 मिनट या चाहें तो अधिक समय तक दोहरा सकती हैं।फिर अपने बालों को हल्के शैम्पू और कंडीशनर से धोएं।