लखनऊ में हनुमान मन्दिर, मनकामेश्वर मन्दिर सहित आरएसएस कार्यालयों को बम से उड़ाने की धमकी देने वालें को आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। पुलिस को उसके पास से कई संदिग्ध किताबे और दस्तावेज मिले हैं। उसके मतांतरण से जुड़ने की भी बात सामने आ रही है। अब एटीएस सहित सभी सुरक्षा जांच एजेंसी उससे पूछताछ करेगी।
अलीगंज के एसीपी अखिलेश कुमार ने शकील की गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि बीती 29 जुलाई को अलीगंज स्थित नए बड़े हनुमान मंदिर के पते पर रजिस्टर्ड डाक द्वारा एक चिट्ठी आई थी। इसमें लखनऊ के हनुमान मन्दिर, मनकामश्वेर मन्दिर सहित कई बड़े मंदिरों और आरएसएस कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। पुलिस और क्राइम ब्रांच धमकी देने वाले की तलाश कर रही थी, जिसे बुधवार की देर रात को पुरानिया पुल के पास से धर दबोचा। आरोपी शकील दिल्ली का रहने वाला है, लेकिन अलीगंज में वह किराये का मकान लेकर रह रहा था।
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एसीपी ने यह भी बताया कि पुलिस ने आरोपित शकील के पास से मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी भरे पत्र की फोटो कापी अन्य दस्तावेज और किताबे मिली है। पत्र भेजने की रजिस्ट्री रसीद भी मिली है। यह चिट्ठी त्रिवेणी नगर उप डाकघर से भेजी गई थी। जिस पर पुलिस टीम ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपित की पहचान की थी।
एडीसीपी उत्तरी प्राची ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में अभी तक यही सामने आया है कि शकील मतांतरण से जुड़ा हुआ है। वह सीधे -धे लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनका ब्रेनवाश करके अपने धर्म से जोड़ने की सलाह देता था। हालांकि अभी इस बिन्दु और मन्दिर को बम से उड़ाने की धमकी वाले मामले को लेकर सुरक्षा जांच एजेंसी व एटीएस की टीम आरोपी से पूछताछ करेगी।
पुलिस ने आरोपी के परिवार के बारे में भी जानने की कोशिश की तो पता चला कि उसकी पत्नी और दो बच्चे है। लेकिन किन्हीं कारणों से उसका उसकी पत्नी से तलाक को लेकर कोर्ट में मुकदमा विचाराधीन है। तलाक के बाद शकील खदरा से अलीगंज में आकर किराये के मकान में रहने लगा था।