नई दिल्ली. दक्षिण अफ्रीका हिंसक प्रदर्शन ने गंभीर रूप ले लिया है। इस हिंसा में अब तक 72 लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हुए हैं। उपद्रवी भारतीय मूल के लोगों को निशाना बना रहे हैं। वे उनकी दुकानों और व्यावसायिक इकाइयों में लूटपाट कर रहे हैं।
उपद्रवियों ने सैकड़ों शॉपिंग सेंटरों, मॉल, गोदामों, घरों और गाड़ियों में आग लगा दी है। कई हाईवे जाम कर दिए हैं। संचार सुविधाएं तहस-नहस कर दी हैं। आगजनी और लूटपाट में करीब 10,400 करोड़ रुपए के माल का नुकसान हुआ है।
हिंसा के आरोप में 3 हजार लोग गिरफ्तार
पुलिस ने हिंसा के आरोप में 3,000 लोगों को गिरफ्तार किया है। रक्षा मंत्री नोसिविवे नककुला ने कहा है कि हिंसाग्रस्त इलाकों में 10 हजार सैनिक तैनात किए गए हैं। स्थिति ज्यादा बिगड़ने पर और 20 हजार सैनिक तैनात किए जाएंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, उपद्रवियों ने क्वाजुलु-नटाल और गौतेंग प्रांतों में ज्यादा लूटपाट की है। क्वाजुलु-नटाल पूर्व राष्ट्रपति जुमा का गढ़ है।
भारतीयों ने मोदी सरकार से मदद की लगाई गुहार
दक्षिण अफ्रीका में रह रहे भारतीयों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। सोशल मीडिया पर लोग लगातार अपनी परेशानियां बता रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि उनकी जान को खतरा है। एक व्यक्ति ने लिखा- क्वाजुलु नटाल और जोहान्सबर्ग में भारतीयों को निशाना बनाया जा रहा है।
भारत ने दक्षिण अफ्रीका के सामने भारतीयों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया
भारत के विदेश मंत्री जयशंकर ने दक्षिण अफ्रीका में अपने समकक्ष नलेदी पंडोर से बात की। जयशंकर ने पंडोर के सामने भारतीयों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया। इस पर पंडोर ने आश्वासन दिया कि दक्षिण अफ्रीका सरकार कानून और व्यवस्था लागू करने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है। सरकार की प्राथमिकता शांति की जल्द बहाली है।
क्यों हो रही हिंसा?
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा एक हफ्ते से जेल में हैं। इसके खिलाफ देश भर में हिंसा, लूटपाट और आगजनी की घटनाएं हो रही हैं। कोर्ट ने जुमा को 15 माह जेल की सजा सुनाई थी।
भारतीयों पर हमले की वजह?
2009 से 2018 तक दक्षिण अफ्रीका में जैकब जुमा की सरकार थी। इन पर गुप्ता बंधुओं का खासा प्रभाव रहा। इस दौरान जुमा और उनकी सरकार पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे। इसी मामले में जुमा फिलहाल जेल में बंद हैं। अब दक्षिण अफ्रीका में जुमा के समर्थकों को लगता है कि उनके जेल जाने के पीछे गुप्ता बंधुओं का हाथ है। इसीलिए वो भारतीय मूल के लोगों को निशाना बना रहे हैं।