नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सरेंडर की डेडलाइन से सिर्फ 3 दिन पहले राउज एवेन्यू कोर्ट में जमानत याचिका दायर की है। AAP संयोजक की याचिका पर आज 2 बजे कोर्ट सुनवाई करेगा। केजरीवाल ने नियमित जमानत और अंतरिम जमानत दोनों की मांग की है। उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अंतरिम जमानत मांगी है और केजरीवाल ने मेडिकल आधार पर 7 दिनों की अंतरिम जमानत भी मांगी है। बता दें कि अरविंद केजरीवाल दिल्ली शराब घोटाला मामले में आरोपी हैं और मार्च से तिहाड़ जेल में बंद थे। पिछले दिनों उन्हें लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रचार करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिली थी,
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट की वैकेशन बेंच ने मंगलवार को केजरीवाल की अंतरिम जमानत की अवधि में 7 दिन बढ़ाने से संबंधित याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया।
1 जून तक मिली है अंतरिम जमानत
बेंच ने कहा कि केजरीवाल (Arvind Kejriwal)की गिरफ्तारी को चुनौती देने वाला मामला पहले ही सुना जा चुका है और पहले से ही एक अलग बेंच द्वारा आदेश के लिए रिजर्व रखा गया है। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को मौजूदा आम चुनावों के प्रचार के लिए 21 दिनों की अंतरिम जमानत दी थी, जिसकी समय सीमा 1 जून को खत्म हो रही है और उन्हें 2 जून तक आत्मसमर्पण करने का निर्देश दिया गया था।
‘चेकअप के लिए वक्त चाह रहे थे केजरीवाल (Arvind Kejriwal)’
अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अपनी याचिका में कहा, “बिना वजह के वजन कम होना जिंदगी के लिए खतरा पैदा करने वाली बीमारियों का लक्षण है। मेरे हेल्थ की यह स्थिति आंशिक रूप से जेल अधिकारियों के कठोर व्यवहार की वजह से है। जमानत का एक और सप्ताह मुझे हेल्थ से जुड़ी परेशानियों का जायजा लेने की अनुमति देगा।”
अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि उन्होंने अपनी अंतरिम जमानत का उपयोग केवल चुनाव प्रचार के लिए किया है और जिसके लिए उन्हें बहुत कम समय के दौरान दिल्ली और पूरे भारत में व्यापक रूप से यात्रा करनी पड़ी है। इसके नतीजे में स्वास्थ्य संबंधी चिंताजनक जटिलताओं के बावजूद, उनके पास मैक्स हॉस्पिटल के एक सीनियर डॉक्टर द्वारा अपने घर पर स्वास्थ्य जांच कराने का ही समय था।
21 मार्च से जेल में थे केजरीवाल (Arvind Kejriwal)
दिल्ली के कथित शराब घोटाले में ईडी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 21 मार्च को गिरफ्तार किया था। इससे पहले ईडी ने उन्हें मामले में पूछताछ के लिए 9 समन जारी किए थे। हालांकि, केजरीवाल किसी भी समन पर पेश नहीं हुए थे। केंद्रीय जांच एजेंसी का आरोप है कि वह घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता थे और सीधे तौर पर शराब कारोबारियों से रिश्वत मांगने में शामिल थे। इन आरोपों को खारिज करने वाली AAP कहती रही है कि दिल्ली में कोई नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा और मुख्यमंत्री केजरीवाल जेल से ही सरकार चलाएंगे।