नई दिल्ली। पंजाब में नकली शराब पीने से हुई मौतों का मामले की सीबीआई जांच की मांग होने लगी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि नकली शराब के पिछले कुछ महीनों के मामलों में स्थानीय पुलिस ने कोई भी केस हल नहीं किया है ऐसे में इस केस की जांच सीबीआई से करवानी चाहिए। अरविंद केजरीवाल ने पंजाब में नकली शराब पीने की वजह से जान गंवाने वालों के परिवार के साथ संवेदना भी व्यक्त की है और राज्य सरकार शराब माफिया के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग की है।
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पंजाब में ज़हरीली शराब पीने से लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़ता जी जा रहा है। देर रात तक 86 लोगों की मौत की खबर आ चुकी है। राज्य सरकार ने इस मामले में लापरवाही के लिए दो DSP, चार SHO और सात आबकारी अधिकारी सस्पेंड किए हैं।.पुलिस के मुताबिक़ ट्रक ड्राइवर बाहर से नक़ली शराब लाकर ढाबो पर सप्लाई करते थे और ढाबों से गांव में शराब तस्कर ग्रामीणों को बेचते थे।
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इस मामले में पंजाब पुलिस ने राज्य में 100 से अधिक जगहों पर छापेमारी के दौरान 17 और लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने अमृतसर, गुरदासपुर के बटाला और तरन तारन में जहरीली शराब पीने के कारण लोगों की मौत की घटना के बाद शुक्रवार को आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने बताया कि इस संबंध में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अधिकारियों ने बताया कि जहरीली शराब पीने से तरन तारन में 63, अमृतसर में 12 और गुरदासपुर के बटाला में 11 लोगों की मौत हुई है। आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस की छापेमारी में जब्त की गई सामग्री के रासायनिक विश्लेषण की रिपोर्ट अभी नहीं आई है, लेकिन सतही जांच से पता चला है कि यह सामग्री ऐसा खराब स्प्रिट है, जिसका इस्तेमाल पेंट या हार्डवेयर उद्योग में होता है।