प्रयागराज। बाहुबली अतीक अहमद के बेटे असद (Asad ) का शव कसारी मसारी कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया है। उसका शव शनिवार की सुबह ही उसके परिजन झांसी से लेकर प्रयागराज पहुंचे थे। असद के साथ ही शूटर गुलाम का भी शव प्रयागराज लाया गया। दोनों के शव उनके घर ले जाने के बजाय सीधे कब्रिस्तान ले जाया गया। जहां असद के शव को उसके दादा फिरोज के बगल में दफनाया गया।
बेटे असद (Asad ) के जनाजे में माफिया अतीक शामिल नहीं हो पाया। उसके परिवार से कोई भी सदस्य शामिल नहीं हुआ है। असद के नाना, मौसा और बुआ शामिल हुई हैं। कई करीबी रिश्तेदार जनाजे में शामिल हुए हैं।
असद (Asad ) के जनाजे में शामिल हुए 20-25 लोग
प्रयागराज के एसीपी आकाश कुलहरि ने बताया कि असद के परिवार के 20-25 करीबी लोग उसके सुपुर्द-ए-खाक में शामिल हुए। गुलाम के शव को अंतिम संस्कार के लिए दूसरे कब्रिस्तान में ले जाया गया है। असद के नाना यहां हैं और वो असद के सुपुर्द-ए-खाक की रिवाज उन्होंने ही निभाई। अतीक के पड़ोसी शमीम ने कहा कि अतीक और शाइस्ता को यहां होना चाहिए था, ये गलत हुआ है।
कसारी-मसारी में दफनाया गया असद (Asad )
अतीक के बेटे असद को पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कसारी-मसारी कब्रिस्तान में दफना दिया गया है। असद के सुपुर्द-ए-खाक में पुलिस ने असद के 35 करीबी रिश्तेदारों को शामिल होने दिया, जिनमें नाना और मौसा शामिल हैं। असद की मां शाइस्ता परवीन भी उसे देखने नहीं पहुंच पाई और अतीक ने भी असद के जनाजे में शामिल होने के लिए कोर्ट में याचिका लगाई थी और उस पर आज ही सुनवाई होनी थी।
अशरफ के साले की तलाश में जुटी STF, 25 हजार का इनाम हुआ घोषित
बता दें अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का गुरुवार की दोपहर यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर कर दिया। एसटीएफ की झांसी के पारीछा डैम के पास असद और गुलाम से मुठभेड़ हुई, जिसमें दोनों मारे गए। उमेश पाल मर्डर केस में ही दोनों वांछित अपराधी थे, जिनके ऊपर यूपी पुलिस ने 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। उमेश पाल 2005 में हुए राजू पाल मर्डर केस के मुख्य गवाह थे। उमेश पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज में दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी।