इन दिनों गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri) चल रही है। इस दौरान मां दुर्गा के पूजन का विशेष महत्व है, साथ ही साधक सिद्धि पाने के लिए व्रत रखते हैं। इससे मां दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है। साथ ही भक्तों की सभी मनोकामनाएं भी पूर्ण होती है।
गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है। इससे न सिर्फ शुभ फलों की प्राप्ति होती है, बल्कि भक्तों पर आने वाले संकट भी टल जाते हैं और उनके यश और सम्मान में वृद्धि होती है। यहां आपको गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri) की अष्टमी तिथि का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि बताते हैं।
अष्टमी शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, गुप्त नवरात्रि (Gupt Navratri) की अष्टमी तिथि की शुरुआत 13 जुलाई को दोपहर 3 बजकर 5 मिनट पर होगी और अगले दिन शाम 5 बजकर 52 मिनट पर इसका समापन होगी। उदयाकाल के अनुसार अष्टमी तिथि 14 जुलाई को ही मनाई जाएगी।
ऐसे करें मां दुर्गा का पूजन
– सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि व नित्यकर्मों से निवृत्त हो जाएं।
– अष्टमी पर लाल रंग के वस्त्र धारण करना शुभ माना गया है।
– पूजा स्थल पर चौकी लगाएं अथवा लाल रंग का वस्त्र बिछाएं।
– चौकी पर मां दुर्गा की प्रतिमा अथवा तस्वीर स्थापित करें।
– मां दुर्गा को लाल फूल, फल और श्रृंगार की वस्तुएं अर्पित करें।
– मां दुर्गा को हलवा-पूरी और श्रीफल का भोग लगाना चाहिए।
– पूजा के समय दुर्गा चालीसा का पाठ करना शुभ माना गया है।
-पूजा के समापन के बाद परिवार सहित मां दुर्गा की आरती करें।