मऊ। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने बुधवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में मौजूदा समय में 98 हजार करोड़ की रेल परियोजनायें चल रही है।
मऊ-लोकमान्य तिलक टर्मिनस-मऊ के बीच साप्ताहिक नई गाड़ी का वर्चुअल शुभारम्भ करते हुये श्री वैष्णव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में रेलवे का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण किया जा चुका है। पीएम नरेन्द्र मोदी रेलवे को देश के विकास की एक बड़ी कड़ी मानते हैं। इसी अनुरूप रेलवे के इन्फ्रास्ट्रक्टचर को मजबूत किया जा रहा है। इसके लिये रेलवे में निवेश पर विशेष ध्यान दिया गया है, जिसके फलस्वरूप नई सुविधायें उपलब्ध कराने के साथ रोजगार के अवसर बढ़ाये जा रहे है।
उन्होने (Ashwini Vaishnav) कहा कि वर्ष 2023-24 में उत्तर प्रदेश में रेलवे के इन्फ्रास्ट्रक्चर के विस्तार एवं विकास के लिये बजट में 17507 करोड़ का आवंटन किया गया जो वर्ष 2009-14 के औसत बजट आवंटन 1109 करोड़ रूपये से लगभग 16 गुना अधिक है। इस समय उत्तर प्रदेश में 98 हजार करोड़ की रेल परियोजनायें चल रही है। उत्तर प्रदेश में आगामी 50 वर्षों की आवागमन संबंधी आवश्यकताओं को देखते हुए 156 स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य किया जा रहा है, जिसमें मऊ जं. स्टेशन भी सम्मिलित है। इन स्टेशनों को वर्ल्ड क्लास बनाया जा रहा है।
रेलमंत्री ने कहा कि श्री मोदी ने 508 स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास किया था। मऊ जं. स्टेशन के पुनिर्विकास की डिजाइन तैयार की जा चुकी है।
इस अवसर पर प्रदेश के नगर विकास मंत्री एके शर्मा (AK Sharma) ने कहा कि भारतीय रेल सिर्फ सामान और यात्री ढोने का साधन नहीं, बल्कि भारत की अर्थव्यवस्था का बहुत बड़ा ड्राइवर है। रेल मंत्री के नेतृत्व में रेलवे के आधुनिकीकरण और सुदृढ़ीकरण पर तेजी से कार्य हो रहा है। आज 5200 किमी प्रतिदिन रेल की पटरी बिछाई जा रही है। नई तकनीकी के प्रयोग से पहले की अपेक्षा रेल दुर्घटनाओं में काफी कमी आयी है। रेल मंत्रालय द्वारा आज पूर्वान्चल के लोगों के लिये नई ट्रेन का जो उपहार दिया गया, उससे लोगों की एक बड़ी मांग पूरी हुई है। पहले यहां के लोगों को मुम्बई जाने में काफी समस्यायें आती थी और अब सीधी ट्रेन की सुविधा उपलब्ध हो गयी है।
उन्होने कहा कि मऊ का वस्त्र उद्योग देश-विदेश में काफी विख्यात है। यहां की बनी साड़ियों का 50 प्रतिशत उत्पाद मुम्बई में जाता है। यह ट्रेन यहां के बुनकरों एवं किसानों की आमदनी बढ़ाने की दृष्टि से भी काफी उपयोगी होगी। वस्त्र के साथ ही कृषि उत्पादों को यहां से मुम्बई भेजने में आसानी होगी।