गुवाहाटी. असम-मिजोरम सीमा विवाद ने सोमवार को उस समय खूनी मोड़ ले लिया, जब मिजोरम पुलिस और असम पुलिस के बीच हुई गोलीबारी में असम पुलिस के 6 जवान शहीद हो गये। दोनों राज्यों की सरकारें हालांकि एक-दूसरे पर हिंसा भड़काने का आरोप लगा रही हैं तथा उनके मुख्यमंत्रियों ने विवाद को सुलझाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने बताया कि असम और मिजोरम की सीमा बीच स्थित अशांत लैलापुर इलाके में हुई गोलीबारी में छह पुलिसकर्मी शहीद हो गये हैं।
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उन्होंने ट्वीट कर कहा, “मुझे यह सूचित करते हुए बहुत दुख हो रहा है कि असम पुलिस के छह बहादुर जवानों ने असम-मिजोरम सीमा पर हमारे राज्य की संवैधानिक सीमा की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।”
रिपोर्टों के अनुसार, झड़पों में कछार के पुलिस अधीक्षक सहित 20 अधिकारी और नागरिक घायल हुए हैं और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गये।
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CRPF के एडीजी बोले- हमने किसी का पक्ष नहीं लिया
पूरे मामले पर CRPF के एडीजी संजीव रंजन ओझा ने बताया कि हमारी दो कंपनियां (असम में 119 बटालियन और मिजोरम में 225 बटालियन) असम और मिजोरम के बीच लैलापुर-वैरेंगटे विवादित स्थल पर तैनात हैं। दोनों राज्यों के पुलिसकर्मियों के साथ सीआरपीएफ की दोनों बटालियन मौजूद थी, लेकिन फायरिंग के दौरान हमने किसी का पक्ष नहीं लिया।
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दोनों तरफ से हुई गोलीबारी
घटनास्थल पर मिजोरम पुलिस ऊंचाई पर मौजूद थी और असम पुलिस के जवान मैदानी इलाकों में थे। विवाद बढ़ा तो आंसू गैस के गोले छोड़े गए। कुछ राउंड की गोलीबारी के बाद अचानक हिंसा शुरू हो गई और दोनों तरफ से गोलीबारी शुरू हो गई। इसमें असम के 6 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। सीआरपीएफ ने मामले की जानकारी डीआईजी सिलचर को दी थी। उन्होंने सीआरपीएफ के डीजी से भी बात की। डीजी सीआरपीएफ ने गृह सचिव को विस्तृत जानकारी दी और बाद में गृह मंत्री को मामले से अवगत कराया गया।
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CRPF ने काबू किए हालात
शाम 4 बजे CRPF को स्थिति नियंत्रण करने का निर्देश मिला। करीब 4.30 बजे गृह मंत्री ने असम और मिजोरम के दोनों मुख्यमंत्रियों से बात की। उसके बाद दोनों राज्य अपनी पुलिस फोर्स को वापस बुलाने पर सहमत हुए। इसके बाद CRPF ने लाउड स्पीकर से दोनों तरफ को शांत रहने की अपील की। इसके बाद सिर्फ असम की पुलिस घटनास्थल से हटी। मिजोरम के DIG भी घटनास्थल पर पहुंचे, वे भी अपनी फोर्स को जगह छोड़ने के लिए बातचीत कर रहे थे। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
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10 जुलाई को सरकार पर फेंका गया था IED
असम के कछार और हैलाकांडी जिलों में मिजोरम के साथ लगती अंतर-राज्यीय सीमा पर तनाव पिछले कुछ दिनों से सीमा पार से उपद्रवियों द्वारा कथित रूप से अतिक्रमण की गई भूमि को खाली कराने के असम पुलिस के अभियान को लेकर बढ़ रहा है. गत 10 जुलाई को सीमा का दौरा करने वाले असम सरकार के एक दल पर संदिग्ध बदमाशों द्वारा एक आईईडी फेंका गया था, जबकि 11 जुलाई तड़के सीमा पार से एक के बाद एक दो विस्फोटों की आवाज सुनी गई थी.