शिलांग. असम पुलिस ने मेघालय में री-भोई जिले के इओंगखुली गांव में मेघालय एनर्जी कॉरपोरेशन लिमिटेड (एमईईसीएल) द्वारा लगाये गये बिजली के खंभे सोमवार को कथित तौर पर उखाड़ दिये जिसके बाद स्थानीय निवासियों और पुलिसकर्मियों के बीच तीखी झड़प हुई।
मेघालय के पुलिस महानिदेशक आर. चंद्रनाथन ने कहा कि संघर्ष में असम पुलिस के कर्मियों ने मेघालय के वरिष्ठ कांग्रेस नेता चार्ल्स मारंगर, जो खासी हिल्स ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल (केएचएडीसी) के एक निर्वाचित सदस्य भी हैं, के साथ हाथापाई भी की क्योंकि उन्होंने उन्हें बिजली के खंबों को उखाड़ने से रोका था।
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उन्होंने कहा, “पूर्वाह्न सुबह करीब 11.30 बजे असम के सर्कल मजिस्ट्रेट असम पुलिस के एक मजबूत दल के साथ इओंगखुली गांव आए और एमईईसीएल द्वारा लगाये गये बिजली के खंभों को उखाड़ फेंका, जिसका स्थानीय ग्रामीणों ने कड़ा विरोध किया। बिजली के खंभे उखाड़ने के बाद असम पुलिस गांव से लौट गयी।
डीजीपी ने बताया कि इओंगखुली गांव में स्थिति अब सामान्य है और पर्याप्त संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। री-भोई जिले की उपायुक्त आर. एम. कुर्बा ने बताया कि वह स्थिति का आकलन कर रही हैं क्योंकि इलाके में बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष थे।
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उन्होंने कहा, “हम नहीं चाहते कि कानून और व्यवस्था की स्थिति खराब हो, इसलिए हमने एमईसीएल से कहा कि वे जो भी काम कर रहे हैं, उसे रोक दें। राज्य सरकार सीमा विवाद के मुद्दे को भी उठा रही है और इस संबंध में बातचीत की जा रही है।”