प्रयागराज। उमेश पाल अपहरण केस (Umesh Pal kidnapping case) में आज यानि गुरुवार को माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ (Ashraf) को प्रयागराज के एमपी-एमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा। अतीक (Atiq Ahmed) को गुजरात के साबरमती जेल से प्रयागराज लाया गया है। वहीं अशरफ को बरेली जेल से लाया गया है। 17 साल पुराने इस केस की सुनवाई पूरी हो चुकी है। आज जज दिनेश चंद्र शुक्ल इस पर फैसला सुनाएंगे।
उमेश पाल बसपा नेता राजू पाल हत्याकांड का प्रमुख गवाह था। राजू की हत्या 25 जनवरी 2005 को हुई थी। इसी बीच, उमेश का अपहरण हो गया। अपहरण की तारिख थी 28 फरवरी 2006। किडनैपिंग का आरोप अतीक अहमद और उनके गुर्गों पर लगा था। हालांकि, उमेश पाल ने इस मामले में एक साल बाद 5 जुलाई 2007 को धूमनगंज थाने में केस दर्ज कराया था। इस दौरान अतीक और उसके गुर्गे धमकियां देते रहे। उमेश ने तब आरोप लगाया था कि अतीक और उसके गुर्गों ने उसकी किडनैपिंग कर बयान अपने पक्ष में करवा लिया था।
अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और अशरफ की सुरक्षा को देखते हुए प्रयागराज कोर्ट के बाहर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी गई है। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।
उमेश पाल के अपहरण वाले केस में फैसला सुनाने के लिए जज दिनेश चंद्र शुक्ल MP-MLA कोर्ट पहुंच चुके हैं। जज दिनेश चंद्र शुक्ल की सुरक्षा बढ़ाई दी गई है।