फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के करीबी हिस्ट्रीशीटर और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ के दौरान हिस्ट्रीशीटर के पैर में गोली लगी है। इसके बाद पुलिस ने उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। पुलिस का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर जर्रार अहमद (Jarrar Ahmed) 25 हजार का इनामी था। उसके कब्जे से राइफल व जिंदा कारतूस किया गया है।
एसपी राजेश कुमार सिंह के मुताबिक, मुठभेड़ में घायल हिस्ट्रीशीटर जर्रार अहमद (Jarrar Ahmed) और उसके बड़े भाई व उसके पिता का अतीक अहमद के घर आना-जाना था। खखरेरु पुलिस व स्वाट टीम ने जिले के खखरेरू थाना क्षेत्र के कुल्ली गांव के जंगल में हुई मुठभेड़ के दौरान जर्रार अहमद को पकड़ लिया। उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के शार्ट शूटर पर बढ़ा दिया गया है इनाम
यूपी में पूर्व विधायक राजूपाल हत्याकांड में 18 साल से फरार चल रहे आरोपी और अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के शार्प शूटर अब्दुल कवी पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम कर दिया है। कौशांबी के एसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में कटैया गांव में डॉग स्क्वॉड टीम के साथ सर्च अभियान चलाया गया।
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इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर सिंह, सिराथू क्षेत्राधिकारी डॉ. कृष्ण गोपाल सिंह और चायल क्षेत्राधिकारी श्यामकांत के अलावा कई थाने की फोर्स और पीएसी की टुकड़ी शामिल रही। पुलिस ने दर्जन भर घरों में जाकर तलाशी ली। इस दौरान लाइसेंसी राइफल, बंदूक, कारतूस और धारदार हथियार बरामद हुआ। इसके अलावा पुलिस कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
पुलिस का कहना है कि सराय अकिल थाना क्षेत्र के भकन्दा का रहने वाला अब्दुल कवी माफिया अतीक अहमद का शार्पशूटर है। वह प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में साल 2005 में राजू पाल हत्याकांड का आरोपी है। सीबीआई की जांच में भी अब्दुल कवी का भी नाम सामने आया था, जिसके बाद से वह फरार चल रहा है।
सीबीआई, एसटीएफ और पुलिस 18 साल से उसकी गिरफ्तारी में लगी हुई है। 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस फिर से सक्रिय हो गई। अब्दुल कवी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है। पहले उस पर 50 हजार का इनाम था, जिसे बढ़ा दिया गया है।