महाराष्ट्र ATS ने मनसुख हिरेन हत्या मामले में ‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ सचिन वाजे को मुख्य आरोपी माना है। अब इस मामले में DIG (ATS) के शिवदीप लांडे ने फेसबुक पर दावा किया है कि मनसुख हिरेन मामले को सुलझा लिया गया है। अपनी फेसबुक प्रोफाइल पर पोस्ट लिखते हुए लिखा है कि अति संवेदनशील मनसुख हिरेन मर्डर केस की गुत्थी सुलझी।
मैं अपने पूरे ATS पुलिस फ़ोर्स के सभी साथियों को दिल से सैल्यूट करता हूं, जिन्होंने पिछले कई दिनों से रात-दिन एक कर इस केस में न्याय पूर्ण तरीके से परिणाम निकाला। ये केस मेरे पुलिस करियर में अब तक के सबसे जटिल केसों में से एक रहा है।’
इस मामले में ATS ने कुल तीन आरोपी बनाए हैं। एक सचिन वाजे, दूसरा नरेश (क्रिकेट बुकी) और तीसरा सस्पेंडेड पुलिसकर्मी विनायक शिंदे है। पुलिस ने नरेश और पुलिस कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया है। मनसुख हिरेन हत्याकांड की जांच में एटीएस को 3 मोबाइल फोन मिले हैं और गुजरात राज्य में रजिस्टर वोडाफोन के कुल 8 सिम कार्ड भी मिले हैं।
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महाराष्ट्र ATS ने सस्पेंडेड पुलिसकर्मी विनायक शिंदे के घर पर छानबीन भी की, जहां से ATS ने प्रिंटर और कुछ कागजात जब्त कर लिए हैं। ये छानबीन करीब डेढ़ घंटे चली।
मनसुख के शरीर पर जितनी भी सोने की ज्वैलरी थी जैसे कि सोने की चैन, पुखराज का पत्थर, घड़ी, पर्स, डेबिट और क्रेडिट कार्ड आदि इनमें से कुछ भी अभी तक ATS को नहीं मिले हैं। एटीएस इस बात की भी जांच कर रही है कि यह पूरी साजिश कब रची गई। इसमें और कौन-कौन शामिल है, खून कहां किया गया था और सबूतों को कहां नष्ट किया गया।
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आपको बता दें इस मामले में एक दूसरा मोड़ भी आ चुका है। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राज्य की राजनीति में हड़कंप मचा दिया है। परमबीर सिंह ने अपने पत्र में गृहमंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाते हुए कहा है कि अनिल देशमुख ने सचिन वाजे से 100 करोड़ रुपए की वसूली करने के लिए कहा था।