उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने प्रतापगढ़ पुलिस के साथ संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए आज लालगंज इलाके से अवैध रुप से असलहे बनाने और उनकी बिक्री करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से बड़ी संख्या में हथियार और उनके बनाने के उपकरण आदि बरामद किए।
एटीएस प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) को सूचना पर प्राप्त हो रही थी कि प्रतापगढ़ जिले में अवैध असलाहों एवं कारतूसों का एक बहुत बड़ा अंतर्राज्यीय गिरोह काम कर रहा है, जो बिहार के मुंगेर से कारीगरों को बुलाकर यहीं पर असलाहे बनाते हैं और प्रदेश में बेचतें है ।
इस सूचना को विकसित करने के उपरांत पुलिस महानिरीक्षक एटीएस के निर्देशन व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के पर्यवेक्षण में एटीएस व प्रतापगढ़ पुलिस की संयुक्त टीम ने एक ऑपरेशन में अवैध रुप से असलहे बनाने एवं कारतूसों की बिक्री का धंधा करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह के छह सदस्यों मुगेर बिहार निवासी शायल आलम उर्फ़ छोटू , मो. सरफ़राज़ आलम , मो. आज़ाद के अलावा गोरखपुर निवासी तिरुपति नाथ वर्मा उर्फ़ गुड्डू गांधी के अलावा प्रतागढ़ निवासी स्वालीन अंसारी उर्फ़ बबलू तथा अखलीन अंसारी को गिरफ्तार किया।
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उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 32 बोर के 300 कारतूस, दो पिस्टल .32 बोर,दो तमंचे, दो पोनिया और 22 अधबने पिस्टल इसके अतिरक्त भारी मात्रा में अधबने पोनिया, तमंचे, पिस्टल, उपकरण, बड़ी-बड़ी खराद मशीने, लैथ मशीन और लोहा गलाने वाली भट्टियाँ बरामद हुई हैं ।
प्रवक्ता ने बताया कि इस सम्बन्ध में थाना-लालगंज में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत कर पुलिस कस्टडी रिमांड ली जाएगी। रिमांड के दौरान उनसे पूछाताछ की जायेगी कि वे प्रदेश में कहां-कहा असलहे एवं कारतूस सप्लाई करते थे। प्रतापगढ़ या उत्तर प्रदेश में इनके सहयोगी कौन-कौन हैं और इस अवैध धंधे में इनके कौन कौन सहयोगी हैं। इनके तार किस-किस प्रदेश में और किन-किन लोगो से जुड़े हैं। अभी तक उन्होंने किस- किस को असलहे और कारतूस बेचे हैं तथा कारतूसों का प्रबंध ये कहां से और किसकी सहायता से करते हैं।