धर्मांतरण के मामले में मेरठ से गिरफ्तार किए गए मौलाना कलीम सिद्दकी इस वक्त एटीएस की रिमांड में है। एटीएस की एक टीम जनपद मेरठ और मुजफ्फरनगर में डेरा डाले हुए हैं और कलीम के मददगारों की तलाश कर रही है। वहीं, उसकी सम्पत्ति को लेकर जांच चल रही है।
मुजफ्फरनगर के फुलत गांव निवासी मौलाना कलीम सिद्दकी को एटीएस ने मेरठ से गिरफ्तार किया था। वह काफी दिनों से एटीएस और सुरक्षा एजेंसी के निशाने पर था। उस पर आरोप है कि वह हिन्दू लड़कियों का अवैध धर्मांतरण कराता था। इसके लिए उसके ट्रस्ट में विदेशों से फंडिंग की जाती थी। धर्मांतरण को लेकर मौलाना का एजेंट के साथ आडियो भी सार्वजनिक हुआ था।
मौलाना कलीम मुख्य आरोपित उमर गौतम के साथ मिलकर तमाम हिन्दू लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराया था। इसके लिए बकायदा एजेंट भी लगे थे। अब एटीएस इसी के बारे में गहनता से जांच कर रही है कि इन लोगों ने किन-किन लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराया है। मौलाना के मददगार और उसकी सम्पत्ति को लेकर भी जांच की जा रही है।
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एटीएस धर्मांतरण का शिकार हुए नैनीताल निवासी नितिन पंत का मौलाना कलीम से आमना-सामना करा सकती है। क्योंकि मौलाना कलीम ने ही नितिन पंत का धर्मांतरण कराया था। बात उन दिनों की है जब नितिन काम के सिलसिले राजस्थान गया था। उसका वहां पर दूसरे समुदाय को लोगों ने जबरन धर्म परिवर्तन कराया। उसी वक्त मौलाना कलीम ने नितिन का ब्रेनवाश किया था। उसे मुजफ्फरनगर के फुलत मदरसे में रखा गया और इसी दरमियान उसकी कई बार मौलाना से मिलवाया गया था। इस वक्त सहारनपुर में रह रहे नितिन को एटीएस अपने साथ लखनऊ ले गई है, जहां उसे मुख्य गवाह बना सकती है। हालांकि इसको लेकर अभी तक कोई भी अधिकारिक बयान नहीं आया है।