उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) ने धर्मांतरण कराने के आरोप में गिरफ्तार किए गये दोनों आरोपियों उमर गौतम और जहांगीर को आज न्यायालय में पेश किया। अदालत से दोनों को सात दिन की रिमांड पर एटीएस को सौंप दिया है।
एटीएस सूत्रों के अनुसार रिमांड के दौरान आरोपियों से उनके अन्य साथियों और पूरे नेटवर्क के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए पूछताछ करेगी।
उन्होंने बताया कि एटीएस गिरफ्तार आरोपियों से धर्म परिवर्तन कराए गए लोगों की जानकारी जुटाने के अलावा विदेशी फंडिंग के बारे में पूछताछ करेगी और इनसे जुड़े लोगों और संस्था के बैंक खातों पता लगाने का प्रयास करेगी।
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गौरतलब है कि एटीएस ने 20 जून को धर्म परिवर्तन कराने वाले दो मौलानाओं उमर गौतम और जहांगीर को गिरफ्तार किया था। आरोप है कि इन लोगों ने अब तक 1000 से ज्यादा गरीब हिंदुओं का धर्मांतरण कराया है। इस मामले में अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि एक बड़ा गिरोह पैसे और अन्य प्रलोभन से धर्मांतरण कराता था।
इसी मामले में जामिया दिल्ली से उमर गौतम और उसके साथी जहांगीर को गिरफ्तार किया गया था। दोनों मौलाना ने मूक-बधिर बच्चों, महिलाओं का धर्मांतरण कराया है। यही नहीं, महिलाओं का धर्मांतरण कराने के बाद शादी भी कराई गई है। ये दोनों महिलाओं की मुसलमान युवाओं से शादी करवाने के अलावा पूरे कागजात तैयार भी करवाते थे। एटीएस के मुताबिक, धर्मांतरण का काम नोएडा, कानपुर, मथुरा और देश के अन्य प्रदेशों में हो रहा है।