उत्तर प्रदेश ATS को बड़ी कामयाबी मिली है। गाजियाबाद से ATS ने फर्जी दस्तावेजों के सहारे भारत में दाखिल हुए दो रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दोनों के पास से आधार, पैन कार्ड, UNHRC समेत कई फर्जी दस्तावेज बरामद किया है। दोनों से पूछताछ चल रही है। इनके तार मेरठ, लखनऊ और गाजियाबाद से भी जुड़ रहे हैं।
बांग्लादेश के रास्ते भारत पहुंचे
मास्टरमाइंड नूर आलम उर्फ रफीक ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि उसने बांग्लादेश के रास्ते रोहिंग्याओं को भारत में दाखिल कराया। इसके बाद उसे मेरठ लेकर आ गए। ATS चीफ जीके गोस्वामी के मुताबिक, इसी साल जनवरी में अजीजुल्लाह नाम के एक रोहिंग्या को गिरफ्तार किया था।
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अजीजुल्लाह के बहनोई नूर आलम उर्फ रफीक की तलाश लंबे समय से हो रही थी। नूर आलम ही सभी गिरफ्तार रोहिंग्या को भारत लाने का प्लान का मास्टरमाइंड था। इस दौरान सूचना मिली की गाजियाबाद में नूर आलम अपने साथी आमिर हुसैन के साथ घूम रहा है। गाजियाबाद एटीएस की टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। एटीएस की पूछताछ में नूर आलम ने बताया कि वह सभी लोगों को यह विश्वास दिलाता था कि भारत के दस्तावेज फर्जी बनवा देगा। जिसके विश्वास तो लोग उसको मोटी रकम भी देते थे।
फर्जी पासपोर्ट भी तैयार कर देता था नूर आलम
ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि नूर आलम फर्जी दस्तावेजों के आधार पर इन लोगों को भारत में दाखिल कराता था। आसानी से आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट जैसे दस्तावेज तैयार कराता था। इसी तरह से बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं को भारत में लाकर यहां उनके रहने की व्यवस्था कराता था। UP ATS ने जनवरी से लेकर अब तक करीब 10 से ज्यादा ऐसे अवैध रूप से रह रहे लोगों को गिरफ्तार किया है।