उत्तर प्रदेश में आतंकी घटनाओं से निपटने के लिए पहले से ही आतंक निरोधी दस्ता (एटीएस) गठित है। अब यूपी में स्पेशल पुलिस ऑपरेशन टीम की तैनाती प्रदेश के हर जिले में की जाएगी। कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, आगरा और नोएडा जैसे बड़े जिलों में एटीएस की यूनिट पहले से ही मौजूद है जिसका अब विस्तार किया जा रहा है।
स्पॉट के कमांडो हर जिले में तैनात किए जाएंगे। ये कमांड़ो कठिन से कठिन ऑपरेशन को अंजाम देने में सक्षम होंगे। कहीं से भी किसी आतंकी वारदात की सूचना पर कमांडो की टुकड़ी मौके पर पहुंचेगी और तेजी से ऑपरेशन को अंजाम देगी। जानकारी के मुताबिक यूपी एटीएस ने प्रदेश के जिलों में आतंकी घटनाएं रोकने के साथ ही किसी भी तरह की बड़ी घटना की स्थिति में तुरंत एक्शन के लिए स्पॉट कमांडो का गठन किया है।
आईजी एटीएस जीके गोस्वामी के मुताबिक प्रदेश में बढ़ती हुई आतंकी गतिविधियों को देखते हुए नवंबर 2017 में इसका गठन किया गया था लेकिन नागरिक पुलिस के जवान इसकी कठिन भर्ती प्रक्रिया को देखते हुए आवेदन करने को तैयार नहीं थे। उन्होंने बताया कि इस टीम के जवानों को 30 फीसदी से अधिक जोखिम भत्ता देने का भी प्रावधान रखा गया था। एटीएस के आईजी ने दावा किया कि टीम अब पर्याप्त मात्रा में तैयार हो गई है।
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क्या है SPOT, कैसे करता है काम
SPOT फाइटर की फिटनेस उच्च स्तर की रखी जाती है जिसमें साल में दो बार परीक्षा ली जाती है। जो कर्मी पास नहीं होते उनको एक मौका और दिया जाता है। चयनित कर्मचारियों को लखनऊ स्थित हेड ऑफिस में स्पेशल ड्यूटी के रूप में काम करने के लिए लगाया जाता है। खास बात है कि इस टीम में शामिल होने के लिए सौ मीटर दौड़ के लिए 15 सेकंड का समय दिया जाता है।
बताया जा रहा है कि क्रिकेट मैच के आयोजन, प्रधानमंत्री के दौरे के दौरान स्पॉट के कमांडो गुप्त रूप से तैनात रहेंगे। SPOT कमांडो को एक साथ तीन हथियार रखना होगा जिसमें एक हथियार फेल हो जाने पर दूसरे हथियार का तुरंत उपयोग करना, आंखें बंद करके फायरिंग करना, इन सबकी ट्रेनिंग इन्हें दी जाएगी. इन्हें आगमी चुनाव के दौरान हर जिले में तैनात किए जाने की कवायद भी शुरू कर दी गई है।