हरियाली तीज (Hariyali Teej) का पर्व भगवान शिव व माता पार्वती के पुनर्मिलन का प्रतीक है। इस दिन महिलाएं माता पार्वती की पूजा-अर्चना करती हैं। हरियाली तीज आमतौर पर नाग पंचमी के दो दिन पूर्व यानी श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आती है। इस साल हरियाली तीज 07 अगस्त 2024, बुधवार को है।
हरियाली तीज (Hariyali Teej) पर बन रहा शिव योग– हरियाली तीज (Hariyali Teej) पर शिव योग का शुभ संयोग बन रहा है। 07 अगस्त को सुबह 11 बजकर 42 मिनट के बाद शिव योग प्रारंभ होगा। शिव योग को ज्योतिष शास्त्र में अत्यंत शुभ माना गया है। कहते हैं कि इस योग में पूजा-पाठ करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और उनका आशीष प्राप्त होता है।
तृतीया तिथि कब से कब तक– तृतीया तिथि 06 अगस्त को रात 07 बजकर 52 मिनट से 07 अगस्त को रात 10 बजकर 05 मिनट तक रहेगी।
हरियाली तीज (Hariyali Teej) पर पूजन के उत्तम मुहूर्त-
हरियाली तीज (Hariyali Teej) पर पूजन का उत्तम मुहूर्त सुबह 05 बजकर 45 मिनट से सुबह 07 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। दूसरा मुहूर्त सुबह 07 बजकर 25 मिनट से सुबह 09 बजकर 05 मिनट तक रहेगा। तीसरा पूजन मुहूर्त सुबह 10 बजकर 46 मिनट से दोपहर 12 बजकर 25 मिनट तक रहेगा। शाम के समय हरियाली तीज पूजन मुहूर्त शाम 05 बजकर 26 मिनट से शाम 07 बजकर 06 मिनट तक रहेगा।
क्यों मनाते हैं हरियाली तीज (Hariyali Teej) :
हरियाली तीज (Hariyali Teej) को श्रावणी तीज कहते हैं। सावन में इस पर्व का विशेष महत्व है। सुहागिन महिलाएं इस दिन का बेसब्री से इंतजार करती हैं। हरियाली तीज सौंदर्य और प्रेम का पर्व हैं।
यह उत्सव भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता हैं। मान्यता है इस दिन शिव-पार्वती पूजन से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।