उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था एवं कोविड प्रोटोकाल के अनुपालन के संबंध में आगामी त्यौहारों को ध्यान में रखते समीक्षा बैठक में अधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
पुलिस प्रवक्ता ने यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल और गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने आज शाम पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर, लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, के साथ पुलिस मुख्यालय लखनऊ से वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से कमिश्नरेट में अपराध/कानून व्यवस्था/अनावरण के शेष गम्भीर अपराधों की वर्तमान स्थिति आदि तथा कोविड प्रोटोकाल के अनुपालन आदि के संबंध में समीक्षा बैठक की गयी। इसके बाद के क्रम में वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से ही समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक के साथ भी समीक्षा बैठक की गयी।
पुलिस महानिदेशक ने आज पूर्वान्ह मुख्यालय स्थित मीटिंग हाल में लखनऊ कमिश्नरेट व लखनऊ रेंज के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर समीक्षा की गयी तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन, अपर पुलिस महानिदेशक स्थापना, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध, अपर पुलिस महानिदेशक/पुलिस महानिदेशक के जीएसओ, सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
श्री याेयल ने वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से निर्देश देते हुये कहा आगामी त्यौहार, अन्य सामाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों आदि के दृष्टिगत शांति समिति, सम्भ्रांत व्यक्तियों आदि के साथ बैठक कर ली जाये। कोविड-19 के दृष्टिगत वृहद कार्यक्रम आदि के आयोजनों के संबंध में समय-समय पर जारी गाइडलाइन का अनवरत सम्यक अनुपालन सुनिश्चित कराया जाये तथा कोरोना महामारी से बचाव के लिए मास्क धारण, सोशल डिस्टेंसिग आदि के संबंध में जनमानस को और अधिक जागरूक किया जाये।
वर्तमान समय में साइबर क्राइम की चुनौतियों के दृष्टिगत लोगों को जागरूक करते हुये अत्याधुनिक तकनीक का प्रयोग कर इस प्रकार के अपराध एवं अपराधियों पर प्रभावी कार्रवाई की जाये। गम्भीर अपराधों की समीक्षा कर शीघ्र खुलासे करते हुये अपराधियों के विरूद्व प्रभावी वैधानिक कार्रवाई की जाये। बीट पुलिसिंग की समीक्षा करते हुये रंजिश/विवाद के संबंध में जानकारी प्राप्त कर आवश्यकतानुसार निरोधात्मक कार्रवाई की जाये।
प्रवक्ता ने बताया कि कोविड संक्रमण के दौरान फ्रंट लाइन वर्कर के रूप में कर्तव्यपालन के दौरान अपनी जान गवाने वाले पुलिस कर्मियों के आश्रितों के सेवायोजन आदि प्रकरणों पर त्वरित कार्यवाही की जाये। कमिश्नरेट एवं जिलों की लाॅजिस्टिक्स/इन्फ्रास्ट्रक्चर आदि के संबंध में बातचीत कर आवश्यक निर्देश दिये गये।