हर साल कार्तिक मास में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी के दिन करवा चौथ (Karwa Chauth) का व्रत रख पूजा की जाएगी। पति की अच्छी सेहत व दीर्घायु के लिए करवा चौथ का व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव, चंद्र देव, माता पार्वती, कार्तिकेय जी के साथ भगवान गणेश की पूजन किया जाता है। इस दिन कुछ चीजें करना अशुभ माना जाता है।
करवा चौथ (Karwa Chauth) पर किन चीजों को भूलकर भी नहीं करना चाहिए-
जल व फल का सेवन- करवा चौथ (Karwa Chauth) का व्रत निर्जला रखा जाता है। सूर्योदय के बाद से लेकर चंद्रमा को अर्घ्य देने और पूजा पूरी होने तक पानी या फल का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने पर व्रत खंडित हो सकता है।
झगड़ा करना- करवा चौथ (Karwa Chauth) का व्रत प्रेम और सुहाग का प्रतीक माना जाता है। इस दिन अपने पति का आदर-सम्मान करना चाहिए। करवा चौथ के दिन भूलकर भी पति-पत्नी को एक दूसरे के साथ न तो झगड़ना चाहिए और न ही अपशब्द कहने चाहिए।
न दें दान- करवा चौथ के दिन सफेद रंग की वस्तुओं का दान करना भी शुभ नहीं माना जाता है। इसलिए आज सफेद रंग के वस्त्र, दूध, दही, चीनी चावल व मिठाई आदि का दान करने से बचाना बेहतर है।
चंद्रोदय से पहले व्रत पारण- करवा चौथ के दिन व्रत का पारण चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही करना चाहिए। पति के हाथों पानी पीने के बाद व्रत तोड़ें। इससे पहले व्रत तोड़ने पर उसका फल नहीं मिलता है।
कपड़ों का रंग- करवा चौथ (Karwa Chauth) के दिन पति हो या पत्नी किसी को भी भूल कर भी काले रंग के कपड़े नहीं पहनना चाहिए। मान्यता है की काले कपड़े किसी भी शुभ काम पर पहनने से अशुभ परिणाम मिल सकते हैं। वहीं, इस दिन लाल, गुलाबी और पीले रंग के कपड़े या श्रृंगार करना अति शुभ माना जाता है।
दिन में सोना- मान्यताओं के अनुसार, व्रत रखने पर दिन के वक्त सोना अच्छा नहीं माना जाता है। इसलिए कोशिश करें अगर आपने व्रत रखा है तो दिन के समय में सोने से बचना बेहतर है।
श्रृंगार का सामान- सुहागिन महिलाओं को करवा चौथ के दिन किसी को भी अपने सुहाग या श्रृंगार से जुड़े सामान शेयर नहीं करने चाहिए। इस दिन भूलकर भी श्रृंगार का सामान दान नहीं करना चाहिए।
नुकीली चीजों का उपयोग- करवा चौथ (Karwa Chauth) पर सुई, कैंची, चाकू या किसी भी धारदार वस्तु का उपयोग करना शुभ नहीं माना जाता है। इस दिन सिलाई या कढ़ाई का काम भी वर्जित माना जाता है।