मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जनता से जुड़े किसी भी कार्यक्रम में व्यस्तता के बाद भी शामिल अवश्य होते हैं। बुधवार को सुभाष रोड स्थित होटल में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने प्रतिभाग किया। उन्होंने एड्स से बचाव के लिए विशेष प्रयास करने एवं जागरूकता लाने वालों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एक और गंभीर बीमारी कोविड का सामना कर रहे हैं। कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर एवं जागरूकता इसके नियंत्रण के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की कठिन भौगोलिक परिस्थितियां होने के बावजूद भी राज्य में निर्धारित लक्ष्य से 02 माह पूर्व शत प्रतिशत कोविड की पहली डोज लग चुकी है।
जल्द ही कोविड की दूसरी डोज का लक्ष्य भी पूर्ण किया जायेगा। कोविड पर प्रभावी नियंत्रण के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये गये हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने में राज्य में काफी प्रयास किये गये हैं। राज्य में निशुल्क जांच योजना के तहत 207 प्रकार की पैथेलॉजिकल जांचों की निशुल्क सुविधा दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा स्वास्थ्य के क्षेत्र में स्वतंत्र भारत की सबसे बड़ी योजना आयुष्मान भारत चलाई जा रही है। राज्य में इसके अलावा अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना के तहत अनेक लोग लाभान्वित हो रहे हैं।
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स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि एचआईवी-एड्स के प्रसार को रोकने के लिए प्रदेश में हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य में लगभग 4800 लोग एचआईवी संक्रमित है, जिनको राज्य में स्थापित 07 एआरटी केन्द्रों में नि:शुल्क उपचार एवं परामर्श की सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य 2030 तक “शून्य नया संक्रमण, शून्य भेदभाव, शून्य कलंक” प्राप्त करना होगा।
इस अवसर पर विधायक खजान दास, भाजपा नेता विनय गोयल, सचिव स्वास्थ्य डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय, परियोजना निदेशक सोनिका, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ. तृप्ति बहुगुणा, अपर परियोजना निदेशक डॉ. सरोज नैथानी एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।