उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने वित्तीय धोखाधड़ी एवं साइबर क्राइम पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जागरुकता को जरुरी बताया है।
मुख्य सचिव गुरुवार को भारतीय रिजर्व बैंक की 11 वीं राज्य स्तरीय समन्वय समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में अनियमित इकाइयों एवं उनके द्वारा की जाने वाली गतिविधियों के बारे में चर्चा की गई तथा उन पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाने पर विचार विमर्श किया गया।
इकाइयों द्वारा आम जनता से धोखाधड़ी करने वाली विभिन्न योजनाओं से सम्बन्धित प्रकरणों पर चर्चा की गई। वित्तीय धोखाधड़ी एवं साइबर क्राइम के रुझानों को देखते हुये इनके रोकथाम पर गहन विचार-विमर्श किया गया।
इस दौरान मुख्य सचिव ने धोखाधड़ी को रोकने के लिए वित्तीय जागरूकता के पहलों के महत्व पर जोर देने की बात कही। उन्होंने जमा की अनधिकृत स्वीकृति के सम्बंध में विनियमकों एवं प्रवर्तन अधिकारियों के द्वारा सक्रिय एवं निवारक कार्रवाई की आवश्यकता पर भी बल दिया।
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बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक के साथ संस्थागत वित्त महानिदेशालय, वित्त विभाग, गृह विभाग, राजस्व विभाग, सहकारिता विभाग, आर्थिक अपराध शाखा, साइबर क्राइम सेल, सेबी इत्यादि के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।