प्रयागराज। एक्सिस बैंक में शुआट्स के खाते से 22.37 करोड़ के घोटाले के मुख्य आरोपी कमाल एहसान की सात लग्जरी गाड़ियां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रडार पर हैं। ईडी की टीम ने शुक्रवार को आरटीओ दफ्तर पहुंचकर इन गाड़ियों से संबंधित दस्तावेज खंगाले। साथ ही उनकी प्रतियां भी कब्जे में लीं। इन गाड़ियों के बारे में आशंका है कि वह गबन की रकम से खरीदी गईं। फिलहाल टीम जांच पड़ताल में जुटी है।
नेपाल में राजशाही बहाल करने की मांग की, काठमांडू की सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब
एक्सिस बैंक घोटाले में पूर्व बैंक अफसर कमाल एहसान इसी साल नौ नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। जिसे रिमांड पर लेकर भी ईडी पूछताछ कर चुकी है। सूत्रों के मुताबिक, जांच पड़ताल में ईडी को सात ऐसी लग्जरी गाड़ियों के बारे में पता चला जो आरोपी से संबंधित हैं। इनमें से कुछ वर्तमान में उसके नाम पर हैं तो कुछ पूर्व में उसके नाम पर थीं, जिनका मौजूदा मालिक कोई और है। इन्हीं सात गाड़ियों के रिकॉर्ड खंगालने शुक्रवार को ईडी की टीम आरटीओ कार्यालय पहुंची।
अब्दुल्ला आजम खान से विधायक के रूप में लिए गए वेतन व भत्ते की होगी वसूली
टीम में लखनऊ के साथ ही जिले में स्थित ईडी के सब जोनल कार्यालय के भी अफसर शामिल रहे। टीम ने आरटीओ कार्यालय में संबंधित गाड़ियों के दस्तावेजों की गहनता से छानबीन की। साथ ही इनकी प्रतियां भी कब्जे में ले लीं। सूत्रों के मुताबिक, ईडी अफसरों का आशंका है कि सभी सातों गाड़ियां गबन की रकम से ही खरीदी गई। जिन्हें खुद पर शिकंजा कसता देख आरोपी अफसर ने दूसरों को बेच दिया या उनके नाम कर दिया।
कोरोना को लेकर कनाडा के साथ होने वाली बैठक से विदेश मंत्री एस जयशंकर का किनारा
माना जा रहा है कि रिकॉर्ड खंगालने के बाद ईडी की टीम वाहनों के मौजूदा मालिकों से भी पूछताछ कर सकती है। जिसमें इसका भी पता लगाया जाएगा कि वाहनों को खरीदने के दौरान उनकी आय क्या थी और उसका स्रोत क्या था। बता दें कि गिरफ्तार करने से पहले इसी साल जुलाई में ईडी ने कमाल के करेली स्थित डेढ़ करोड़ के मकान का सीज किया था। उसके घर के ठीक सामने स्थित इस मकान के बारे में जानकारी मिली थी कि वह गबन की रकम से खरीदा गया।