अयोध्या में बनने वाले रामंदिर का नक्शा करीब 37 साल पहले बनाया गया था। इस मंदिर को और अधिक भव्य और बड़ा बनाने के लिए इसमें थोड़ा बदलाव किया जा रहा है। विश्व का सबसे बड़ा और भव्य मंदिर भारत में नहीं बल्कि विदेश में है। यह कंबोडिया में स्थापित अंकोरवाट मंदिर है।
करीब 67 एकड़ में प्रस्तावित अयोध्या के राममंदिर का दायरा भी अब 100 से 120 एकड़ तक हो सकता है। ऐसे में यह बड़े मंदिरों की श्रेणी में तीसरे स्थान पर आएगा। आइए एक नजर डालते हैं विश्व के सबसे बड़े मंदिरों पर।
अंकोरवाट मंदिर
अंकोरवाट मंदिर के शिखर की ऊंचाई 213 फीट है। अंकोरवाट दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक स्मारक है, जो करीब 162.6 हेक्टेयर यानी 401 एकड़ में फैला है। इसे खमेर साम्राज्य में भगवान विष्णु का मंदिर के रूप में बनाया गया था। मीकांग नदी के किनारे सिमरिप शहर में बना यह मंदिर आज भी संसार का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर है।
श्रीरंगनाथ मंदिर
तमिलनाडु में स्थित त्रिची में बना श्रीरंगनाथ मंदिर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मंदिर है। यह विष्णु मंदिर है जो लगभग 155.9 एकड़ में फैला हुआ है।
अक्षरधाम मंदिर
देश की राजधानी दिल्ली में बना अक्षरधाम मंदिर स्वामीनारायण संप्रदाय के सबसे बड़े प्रतीकों में शुमार है। यह मंदिर लगभग 2,40,000 वर्गमीटर एरिया में बना हुआ।
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थिल्लई नटराज मंदिर
यह मंदिर तमिलनाडु के चिदंबरम में बना ‘चिदंबरम मंदिर’ भगवान शिव की आस्था के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। यह लगभग 1,60,000 (लगभग 39 एकड़) वर्गमीटर के क्षेत्र में बना हुआ है।
बेलूर मठ
यह मंदिर कलकत्ता के हुगली नदी के किनारे स्थापित बेलूर मठ को दुनिया के विशालतम मंदिरों में गिना जाता है। स्वामी विवेकानंद के बुनियादी सिद्धांतों को आगे बढ़ाने का काम आज भी कर रहा है। यहा मां आद्याकाली की पूजा होती है। यह लगभग 39 एकड़ के क्षेत्र में फैला है।
बृहदेश्वर मंदिर
तमिलनाडु के तंजौर का बृहदेश्वर मंदिर भी विशालकाय मंदिरों में एक है। यह शिव मंदिर करीब 1000 साल पहले राजाराज चोला प्रथम के नेतृत्व में बनाया गया था। यह लगभग लगभग 25 एकड़ में स्थित है।
अन्नामलाईयर मंदिर
तमिलनाडु के तिरुवन्नामलाई में स्थित भगवान शिव का यह मंदिर अपने ऊंचे स्तम्भों के कारण बहुत लोकप्रिय है। यह लगभग 24.9 एकड़ में फैला हुआ है।