अयोध्या में धनतेरस को अलग ही छटा दिख रही थी। यहां सरयू किनारे घाट लाइटों से जगमगा रहे थे। मंगलवार को घाटों पर लाइट शो के जरिए दीपोत्सव का आगाज हुआ। लाइट शो में अयोध्या और रामायण का हेरिटेज लुक दिखा। बता दें साल 2017 में सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी की योगी सरकार ने दीपोत्सव मनाने का फैसला किया था, जिसके क्रम में हर साल अयोध्या में दीपावली के पहले वृहद आयोजन होता है।
बता दें कि आज उत्तर प्रदेश की सरकार ‘दीपोत्सव’ पर यहां 12 लाख दीये जलाएगी, जिसमें से नौ लाख दीये सरयू नदी के तट पर जलाए जाएंगे। पिछले वर्ष ‘दीपोत्सव’ पर छह लाख से अधिक दीये जलाए गए थे जो एक विश्व रिकॉर्ड था।
सरकार के बयान के अनुसार, सोमवार से शुरू हो कर पांच दिनों तक चलने वाले समारोह के दौरान रामलीलाओं का मंचन, थ्री डी होलोग्राफिक प्रदर्शन, लेजर शो और आतिशबाजी भी होगी।
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इस बयान में बताया गया है कि नदी के तट पर नौ लाख दीये जलाए जाएंगे और शेष तीन लाख दीये शहर के अन्य हिस्सों में तीन नवंबर को शाम छह से साढ़े छह बजे के बीच जलाए जाएंगे। रामलीला का मंचन करने के लिए श्रीलंका से एक सांस्कृतिक समूह को बुलाया गया है, जबकि पांच नवंबर तक कई साहित्यिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन होगा।
मुख्यमंत्री करेंगे सरयू आरती
नेपाल के जनकपुर से आई टीम सोमवार को रामलीला का मंचन किया। वहीं जम्मू-कश्मीर, गुजरात, असम, कर्नाटक और पश्चिम बंगाल से आई टीमें पांच दिनों तक चलने वाले समारोह के दौरान इसका मंचन करेंगी।
जिलाधिकारी नितीश कुमार ने कहा कि तीन नवंबर यानि आज ‘दीपोत्सव’के दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल अयोध्या के राम कथा पार्क में ‘पुष्पक विमान’ (हेलीकॉप्टर) से भगवान राम, लक्ष्मण और सीता का सांकेतिक रूप से स्वागत करेंगे। मुख्यमंत्री ‘सरयू आरती’ भी करेंगे।