कोरोना की तीसरी लहर रोकने के लिए योगी सरकार ने अभी से तैयारी शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि तीसरी लहर आई तो बच्चों को प्रभावित करेगी। विशेषज्ञ भी इसे बच्चों के लिए खतरनाक मान रहे हैं। ऐसे में अस्पतालों में अभी से बच्चों के इलाज से जुड़ी तैयारियां शुरू हो गई हैं।
बुधवार को सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि आयुष विभाग ने भी कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। विभाग अपने सभी अस्पतालों में बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर एक हेल्प डेस्क बनाने जा रहा है। साथ ही आयुष कवच एप पर बच्चों की सेहत से जुड़ा एक नया फीचर भी जोड़ने जा रहा है।
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उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयुष विशेषज्ञों से आयुर्वेद की पुरानी परम्पराओं से कोरोना संक्रमित लोगों के इलाज की बात कहीं थी। इसके बाद से आयुष विभाग लगातार होम आइसोलेटेड मरीजों को आयुर्वेदिक दवाएं, काढ़ा आदि वितरित करा रहा है। अब आयुष विभाग ने अब संभावित कोरोना की तीसरी लहर की तैयारी शुरू कर दी है।
आयुष विभाग के प्रभारी अधिकारी डॉ अशोक कुमार दीक्षित के मुताबिक, कोरोना काल में आयुष कवच मोबाइल एप लोगों में काफी लोकप्रिय हुआ है। ढाई लाख से अधिक लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।
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उन्होंने बताया कि आयुष कवच एप पर बच्चों की सेहत का मौसम के हिसाब से कैसे ख्याल रखें, किस तरह से बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमताओं को बढ़ाया जाए, कौन सी घरेलू औषधीय के जरिए उनकी सेहत बेहतर बनाएं, इसकी जानकारी लोगों को दी जाएगी।
अस्पतालों में बनेगी बच्चों के लिए हेल्प डेस्क
श्री दीक्षित ने बताया कि प्रदेश में आयुष विभाग के करीब 2104 चिकित्सालय हैं। इनमें से लखनऊ, बनारस, पीलीभीत समेत अन्य जिलों में आठ बड़े अस्पताल हैं। इन सभी अस्पतालों में बच्चों के स्वस्थ्य से जुड़ी एक हेल्प डेस्क बनाई जाएगी।