रामपुर (मुजाहिद खां)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जनसभा में सपा के जाम (JAM) का अर्थ जिन्ना, आज़म खान और मुख़्तार बताया। जिस पर सपा सांसद आज़म खान की पत्नी शहर विधायक डॉ तज़ीन फात्मा ने आज़म खान का नाम जिन्ना के साथ जोड़े जाने पर सरासर अन्याय बताया।
अमितशाह ने अपने बयान में कहा कि मोदी जी ने एक JAM लगाया है जिससे भ्रष्टाचार विहीन खरीद हो सके J का अर्थ जनधन बैंक खाते, आ आधार कार्ड और M हर आदमी का मोबाइल। वहीं समाजवादी पार्टी ने भी JAM लाया है और उसका अर्थ है J जिन्ना, A आज़म खान, M मुख्तार है।
इस पर शहर विधायक सांसद आज़म खान की पत्नी डॉ तज़ीन फात्मा ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मुझे अफसोस के साथ कहना पड़ता है और यह अफसोस की बात है भी कि आज़म खान एक सांसद भी हैं और जिनका नाम गृह मंत्री अमित शाह ने जिन्ना के साथ जोड़ा। क्योंकि आज़म खां सांसद होने के साथ-साथ एक शिक्षाविद हैं। आज़म खान हमेशा से ही एक मजबूत दृढ़ राष्ट्रवादी रहे हैं और उन्होंने हमेशा से ही जिन्ना की टू नेशन थ्योरी का विरोध किया है। कभी भी उन्होंने पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया न ही पाकिस्तान जाने की बात कही।
उन्होंने कहा कि एक ऐसा व्यक्ति आजम खान जिसके मन में इतना प्रेम हो कि उन्होंने इतने शिक्षण संस्थानों की स्थापना की है जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना की है उनका नाम जिन्ना के साथ जोड़ना सरासर अन्याय है।
इसके साथ ही कहा कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कभी भी पाकिस्तान जाकर जिना की कब्र पर माथा नहीं टेका। जबकि लालकृष्ण आडवाणी पाकिस्तान गए तो खासकर उन्होंने जिन्ना की मजार पर जाकर अपना माथा टेका।
कहा तो इन हालातों में आजम खान किस तरह से जिन्ना की विचारधारा के समर्थक हो सकते हैं। और जिन्ना की विचारधारा का टू नेशन थ्योरी का पार्टीशन का न सिर्फ आजम खान बल्कि हर हिंदुस्तानी इसका विरोध करता है। कहा कि यह सारे बयान राजनीति से प्रेरित हैं।