Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

जेल से रिहा होने के दूसरे दिन ही कोर्ट पहुंचे आज़म खान, यह है बड़ी वजह

Azam Khan

Azam Khan

रामपुर। जेल से रिहाई के अगले ही दिन शहर विधायक आजम खां (Azam Khan) मुकदमों की सुनवाई के लिए बेटे अब्दुल्ला (Abdullah Azam Khan) के साथ अदालत पहुंच गए। अब्दुल्ला (Abdullah Azam Khan) स्वार विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। उनके खिलाफ शनिवार को दो जन्म प्रमाण पत्र और दो पासपोर्ट मामले में सुनवाई हो रही है। आजम खां (Azam Khan) व अब्‍दुल्‍ला आजम (Abdullah Azam Khan) कोर्ट में हाजिरी लगाने के बाद चले गए।

भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने शहर विधायक आजम खां (Azam Khan)  और उनके परिवार के खिलाफ अब्दुल्ला (Abdullah Azam Khan) के प्रमाण पत्रों से संबंधित तीन मुकदमे दर्ज कराए थे। इनमें आरोप है कि अब्दुल्ला (Abdullah Azam Khan) के अलग-अलग जन्मतिथि के दो जन्म प्रमाण पत्र, दो पासपोर्ट और दाे पैन कार्ड बनाए गए हैं। जन्म प्रमाण पत्र मामले में आजम के अलावा उनकी पत्नी पूर्व सांसद डा. तजीन फात्मा और बेटे अब्दुल्ला आरोपित हैं, जबकि पैनकार्ड मामले में पिता-पुत्र नामजद हैं।

रामपुर से उपचुनाव लड़ेंगे आज़म खान, अखिलेश पर कसा तंज

इसके अलावा पासपोर्ट के मुकदमे में अकेले अब्दुल्ला (Abdullah Azam Khan) को आरोपित बनाया है। इन मुकदमों की सुनवाई एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट (मजिस्ट्रेट ट्रायल) में चल रही है। शनिवार को आजम खां (Azam Khan)  अपने बेटे अब्दुल्ला के साथ दोपहर करीब 12.30 बजे अदालत पहुंच गए। अदालत में हाजिरी लगाने के बाद वह घर लौट गए।

दोनों मामलों में गवाह से होनी है जिरह: जन्म प्रमाण पत्र और पासपोर्ट मामलों में शनिवार को गवाह से आजम खां (Azam Khan)  के अधिवक्ता द्वारा जिरह की जानी है। जन्म प्रमाण पत्र मामले में सेंटपाल स्कूल के प्रधानाचार्य मनोज पाठक गवाह हैं। इसी स्कूल से अब्दुल्ला की प्रारंभिक शिक्षा हुई थी। पासपाेर्ट मामले में पासपाेर्ट अधिकारी नसीम अहमद गवाह हैं। वह पहले कोर्ट में अपने बयान दर्ज करा चुके हैं। पिछली तारीखों पर दोनों गवाहों से जिरह की गई थी, जो पूरी नहीं हो सकी थी।

जेल से बाहर आए आज़म खान का बड़ा धमाका, बोले- मुझे एंकाउंटर की धमकी दी गई है

सवा दो साल बाद जेल से बाहर आए हैं आजम (Azam Khan) 

रामपुर विधायक आजम खां (Azam Khan) 27 महीने बाद जेल से रिहा हुए हैं। वह विभिन्‍न मुकदमों के चलते सीतापुर जेल में बंद थे। उन्‍हें सुप्रीम कोर्ट ने अंतरिम जमानत दी है

Exit mobile version