रामपुर। (मुजाहिद खान): सपा सांसद आज़म खान भले ही एक साल से ज़्यादा समय से सीतापुर जेल में बंद हो। लेकिन वो अब जेल से ही अपनी दो नाली बंदूक बेचेंगे। इसके लिए उनको इजाज़त भी मिल गई है। आज़म खान ने जेल अधीक्षक सीतापुर के माध्यम से रामपुर प्रशासन से इसकी लिखित अनुमति मांगी थी।
रामपुर प्रशासन ने सीतापुर जेल को पत्र का जवाब देते हुए बंदूक बेचने की इजाज़त दे दी है उनकी यह बन्दूक विदेशी है। वहीं रामपुर में कई नेताओं के पास दो से ज़्यादा शस्त्र लाइसेंस रहे हैं।
पिछले साल सरकार ने आदेश जारी किए थे कि अब कोई भी व्यक्ति दो से ज़्यादा लाइसेंस नहीं रख सकेगा। जिसके पास दो से ज़्यादा लाइसेंस हैं उसे अतिरिक्त लाइसेंस सरेंडर करना होंगे। सपा के क़द्दावर नेता सांसद आज़म खान के पास भी रिवाल्वर,राइफल और दोनाली बन्दूक है जिस पर प्रशासन ने शासनादेश से अवगत कराते हुए अपना एक लाइसेंस सरेंडर करने के लिए नोटिस जारी किया था।
जिस पर उन्होंने बेचने की जिला प्रशासन से दोनाली बन्दूक जोकि इंग्लैंड की बीएसए कम्पनी की है बेचने की अनुमति मांगी थी जिसकी इजाज़त दे दी है। इस समय उनके तीनों असलाह शस्त्र विक्रेता के यहाँ जमा हैं। जबकि उनकी पत्नी शहर विधायक डॉ तंज़ीन फात्मा और बेटे अब्दुल्लाह आज़म के पास भी रिवॉल्वर हैं।
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सिटी मजिस्ट्रेट एंव शस्त्र प्रभारी राम जी मिश्रा ने बताया कि आज़म खान ने डाक द्वारा एक लाइसेंस बंदूक को बेचने की अनुमति चाही थी। जिसकी डाक द्वारा ही बेचने की अनुमति दे दी गई। अब वो उसे बेच सकते है।शासन आदेश के अनुसार व्यक्ति को 3 असलहों में एक सरेंडर करना होगा। इसका समय बढ़ा दिया गया था। इसके द्वारा अब एक दो नाली बंदूक बेचने की अनुमति मांगी गई थी। वो अनुमति दे दी गई है।
सपा सांसद आज़म खान एक साल से ज़्यादा समय से सौ से ज़्यादा मुक़दमों में सीतापुर जेल में बंद है। आज़म खान के साथ उनके पुत्र अब्दुल्लाह आज़म खान भी सीतापुर जेल में बंद है। अब बंदूक बिकने का मामला सामने आया है। आज़म खान के पास हथियारों के 3 लाइसेंस थे। शासन ने अब एक व्यक्ति पर सिर्फ 2 ही हथियार रखने का आदेश जारी किया था। सरकार ने पहले जनवरी तक लाइसेंस सरेंडर करने के आदेश जारी किए थे लेकिन अब छह माह का समय बड़ा दिया गया है। जिसके बाद अब लाइसेंस धारी अतिरिक्त हथियार बेच रहे है। इसके लिए आज़म खान ने भी जेल से अनुमति मांगी है। अब देखना ये है कि हथियार कौन खरीदता है।