रामपुर। उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान (Azam Khan) के करीबी माने जाने वाले सपा के पूर्व प्रदेश सचिव युसूफ मलिक (Yusuf Malik) ने एक ग्रामीण को बंधक बनाकर उस पर जानलेवा हमला करने के मामले में सोमवार को न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया।
न्यायालय ने उनकी जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें जेल भेजने के आदेश दिये हैं। मलिक द्वारा जमीन संबंधी विवाद में आलियागंज के रहने वाले एक ग्रामीण को बंधक बनाकर उस पर जानलेवा हमला करने के मामले में उनके खिलाफ अजीमनगर थाने में 2019 में मुकदमा दर्ज कराया गया था। उक्त जमीन आजम द्वारा स्थापित जौहर विश्वविद्यालय में शामिल कराने के विवाद से जुड़ी हुई थी। इस मामले में मलिक ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से रामपुर की कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
मलिक के अधिवक्ता की ओर से इस मामले में जमानत याचिका दायर की गई, जिसे अदालत ने उसे खारिज कर आरोपी को जेल भेज दिया। अब इस मामले में सत्र न्यायालय में जमानत याचिका दायर करने की तैयारी की जा रही है।
जनपद मुरादाबाद में भी एक अन्य मामले में मलिक पर पुलिस ने 25 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया हुआ है। सपा नेता पर नगर निगम के अधिकारी को धमकी देने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का इल्जाम है।