उत्तर प्रदेश में जल निगम भर्ती घोटाला मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने पूर्व मंत्री आजम खान को प्रोडक्शन वारंट भेजा है। आजम खान कई महीने से सीतापुर जेल में बंद हैं।
दरअसल जल निगम भर्ती घोटाले में एसआईटी ने आज़म खान को दोषी पाया है। एसआईटी ने आज़म खान पर पहले ही एफआईआर दर्ज की हुई है। माना जा रहा है कि एसआईटी मामले में जल्द चार्जशीट दाखिल करेगी।
मामला सामने आने के बाद योगी सरकार ने जेई और क्लर्क की भर्तियों को रद्द कर दिया था। इस मामले में पूर्व नगर विकास मंत्री आजम खान के अलावा नगर विकास सचिव रहे एसपी सिंह, जल निगम के पूर्व एमडी पीके आसुदानी, जल निगम के तत्कालीन मुख्य अभियंता अनिल खरे के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
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एसआईटी सभी अधिकारियों से लंबी पूछताछ कर चुकी है। अब एसआईटी की जांच प्रकिया पूरी हो चुकी है, जिसमें आजम खान को दोषी माना गया है।
मालूम हो कि सपा के शासनकाल में वर्ष 2016 के अंत में हुई जल निगम में 1300 पदों पर वैकेंसी निकली थी। जल निगम विभाग के ही कुछ अधिकारियों ने इस संबंध में धांधली की शिकायत की थी, जिसके बाद जांच शुरू हुई। सरकार इस मामले में 122 सहायक अभियंताओं को पहले ही बर्खास्त कर चुकी है।
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बाद में यह जांच सरकार ने एसआईटी को सौंप दी थी। एसआईटी ने इस मामले में आजम खां समेत डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों से पूछताछ की थी, जिसमें पूर्व नगर विकास सचिव एसपी सिंह भी शामिल थे। बता दें कि एसपी सिंह ने हाल ही में भाजपा का दामन थामा है।