नई दिल्ली। हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम पार्टी के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को बाबरी मस्जिद विध्वंस फैसले पर आए कोर्ट के फैसले लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह अदालत की तारीख में का काला दिन है। उन्होंने फैसले पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा है कि क्या मस्जिद जादू से गिरी है क्या ?
This is an issue of justice. This is an issue of ensuring that people who are responsible for Babri Masjid demolition should've been convicted. But they've been politically rewarded in the past by becoming HM & HRD minister. BJP is in power because of this issue: Asaduddin Owaisi pic.twitter.com/SflqR9bojw
— ANI (@ANI) September 30, 2020
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अब, अदालत का कहना है कि कोई साजिश नहीं थी। कृपया मुझे बताएं, एक क्रिया को सहज होने से कितने महीनों की तैयारी के लिए कितने दिनों की आवश्यकता होती है ?
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह न्याय का मुद्दा है। यह सुनिश्चित करने का मुद्दा है कि बाबरी मस्जिद विध्वंस के लिए जिम्मेदार लोगों को दोषी ठहराया जाना चाहिए, लेकिन वे गृहमंत्री और मानव संसाधन विकास मंत्री बनकर अतीत में राजनीतिक रूप से पुरस्कृत हुए हैं। भाजपा इस मुद्दे के कारण सत्ता में है।
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ओवैसी ने इस पूरे मामले में कोर्ट को फैसले से असहमति दिखाते कहा है कि जिस अभियुक्त लाल कृष्ण आडवाणी ने पूरे देश में रथ यात्रा निकाली। जहां-जहां वह गए वहां दंगे हुए। मासूमों की जान गई। लोगों के घरों को तोड़ा गया। उभा भारती कहती हैं कि एक धक्का और दो बाबरी मस्जिद तोड़ दो।
बता दें कि बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में आज कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि यह मामला पूर्व नियोजित नहीं था। अचानक हुआ था। कोर्ट ने इस मामले में सभी आरोपियों को बरी कर दिया है। इन आरोपियों में देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी, बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी जैसे लोग शामिल थे।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सारी दुनिया जानती है कि बीजेपी, आरएसएस, विश्व हिन्दू परिषद, शिवसेना और कांग्रेस पार्टी की मौजूदगी में विध्वंस हुआ है। इसकी जड़ कांग्रेस पार्टी है, इनकी हुकूमत में मूर्तियां रखी गईं।