लखनऊ। बाबरी मस्जिद प्रकरण में सीबीआई अदालत ने सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया है। इस फैसले पर पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने खुशी जताते हुए कहा कि अदालत का फैसला ऐतिहासिक है हम लोग ही नहीं आज इस पैसे से पूरा देश खुश है।
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह कोरोना पॉजिटिव होने के बाद से गाजियाबाद के यशोदा हॉस्पिटल में भर्ती हैं। जिसकी वजह से वे अदालत द्वारा फैसला सुनाए जाने के दौरान अदालत में मौजूद नहीं थे। लाइव सुनवाई के दौरान वह वर्चुअल माध्यम से जुड़े रहे। उनके बेटे एटा सांसद राजवीर सिंह राजू ने कहा कि बाबू जी ने फैसले को ऐतिहासिक बताया है। वह पहले भी कह चुके हैं कि भगवान श्री राम के मंदिर को बनने के लिए सत्ता ही क्या वह सब कुछ कुर्बान करने के लिए तैयार है।
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एटा सांसद ने 06 दिसंबर 1992 के दिन की यादें ताजा करते हुए कहा कि जब माहौल बिगड़ने लगा, तो बाबूजी के पास अयोध्या के जिलाधिकारी का फोन आया। उन्होंने कहा कि 3.5 लाख के आसपास कारसेवक जमा हो चुके हैं। केंद्रीय सुरक्षा बल मंदिर परिसर की तरफ बढ़ रहे हैं, लेकिन कारसेवकों ने साकेत कॉलेज के पास उनका रास्ता रोक रखा है।
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तब बाबूजी ने कारसेवकों पर फायरिंग का आदेश देने से मना कर दिया था। वह आदेश अब भी फाइलों में होगा। फायरिंग करने से हालात और बिगड़ सकते थे। कई लोगों की जान जा सकती थी न सिर्फ यहां बल्कि पूरे देश में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हो सकती थी। बाबूजी को अपने इस फैसले पर आज भी गर्व है कि मेरी सरकार चली गई, लेकिन मैंने कारसेवकों को बचा लिया।