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बाबू, जानू, सोना पल भर में कर देगी आपको कंगाल, जानें पूरा मामला

Cyber Thug

ऑनलाइन अंतरंग बातें करने वाली वर्चुअल दुनिया की बाबू, जानू, सोना आपको पल भर में कंगाल कर सकती हैं। इसलिए फेसबुक पर किसी भी अनजान महिला की फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करने से बचें। साइबर क्राइम की दुनिया का यह नया ट्रेंड है जिसे रोकने के लिए यूपी साइबर सेल आपको सावधान कर रही है।

प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ऐसे ही साइबर क्राइम का एक मामला अभी तक चर्चा का विषय बना हुआ है। बेसिक शिक्षा विभाग के विशेष सचिव आरबी सिंह को कुछ दिनों पहले फेसबुक पर ऐसी ही एक युवती की फ्रेंड रिक्वेस्ट आयी। म्युचुअल फ्रेंड लिस्ट में कई परिचितों को देख उन्होंने रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर ली। इसके बाद सोना बाबू वाले झांसे में आकर ऑनलाइन लड़की के सामने न्यूड हो गए। अब उनकी यह अश्लील वीडियो खूब वायरल हो रही है।

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साइबर सेल के अधिकारियों का कहना है कि यह अपराध इंडस्ट्री बन चुका है। इससे जुड़े अपराधी लोगों को ठगने के नए तरीके हर रोज अपना रहे हैं। प्रदेश स्तर पर साइबर सेल का गठन होने के बाद पुलिस इस अपराध को रोकने के लिए सख्त कदम उठा रही है। इसकी वजह से OTP लेकर खाते से रकम उड़ाना, कोई झांसा देकर ऑनलाइन रकम ट्रांसफर करवा लेने जैसे जालसाजों के नुस्खों के प्रति लोगों को काफी हद तक जागरूक किया जा चुका है। इसलिए लोगों को ब्लैकमेल करके रुपये ऐंठने का नया तरीका जालसाजों ने निकाला है। अफसरों का कहना है कि वीडियो कॉल करके अंतरंग बातें करने वाली खूबसूरत लड़कियां दरअसल साइबर क्राइम की दुनियां की मामूली सी वर्कर हैं। जिन्हें कमीशन पर शिकार फसाने का टास्क दिया जाता है।

ऐसे होता है ब्लैकमेलिंग का यह धंधा

साइबर सेल के अफसरों के मुताबिक लखनऊ में अभी तक ऐसे 300 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। जिनके अध्ययन से इसका तरीका पता चला। जालसाज पहले लोगों की फेसबुक प्रोफाइल को बखूबी चेक करते हैं। इसमे हाईप्रोफाइल लोगों की लिस्ट बनाकर पहले उनके फ्रेंड लिस्ट में जुड़े लोगों को रिक्वेस्ट भेजते हैं। कम से कम दस कॉमन फ्रेंड बनाने के बाद टारगेट को निशाना बनाते हैं।

हेलो, हाय के बाद शुरू होती है मीठी-मीठी बात

अफसरों के मुताबिक रिक्वेस्ट एक्सेप्ट होने के बाद लड़कियां पहले सर कहकर हेलो, हाय का मैसेज भेजती हैं। इसके बाद खुद को किसी बड़ी कम्पनी या गवर्मेंट इम्पलाई बताती हैं। फिर भरोसा हासिल करने के लिए किसी कामन फ्रेंड के बारे में कुछ जानकारी देकर कहती हैं कि प्लीज हमारी बातचीत के बारे में उन्हें न बताइएगा। इतने में सामने वाले को लगता है कि उसके ओहदे या पर्सनालिटी की वजह से लड़की पट गयी। बस उसकी इसी गलतफहमी का फायदा उठाकर लड़की मीठी-मीठी बातें शुरू करती है। तीन से चार दिन की चैटिंग में वह व्हाट्सएप नम्बर लेकर वीडियो कॉल करती है और उसकी बातों में आकर सामने वाला कपड़े उतार देता है। कभी-कभी सामने वाले को झिझकता देख पहले लड़की खुद न्यूड हो जाती है। इस दौरान एक खास तरह के एप के जरिये उसके फोन में वीडियो कॉल रिकार्ड होती रहती है।

अश्लील वीडियो बनने के बाद दूसरे दिन ब्लैकमेलिंग का खेल शुरू हो जाता है। पहले लड़की खुद वीडियो वायरल करने की धमकी देकर रुपये मांगती है। मामला सेट न होने पर उसके गैंग के सदस्य जाल में फसे शिकार के किसी परिचित की फर्जी आईडी बनाकर उससे रुपयों की डिमांड करते हैं। इसपर बात आगे बढ़ने के डर से पीड़ित बड़ी आसानी से जालसाजों के बताए खातों में या किसी वायलेट में रुपये ट्रांसफर कर देता है। जालसाज इस बात का ध्यान रखकर डिमांड करते हैं कि सामने वाले कि जेब से आसानी से कितनी रकम निकल सकती है।

एडीजी साइबर सेल रामकुमार का कहना है कि साइबर क्राइम के इस नए ट्रेंड में पढ़े लिखे और बड़ी प्रोफाइल के लोग ही फस रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वर्चुअली किसी भी अनजान से कोई भी बातचीत बेहद सावधानी से करें। किसी तरह अगर इसके शिकार बन गए तो बेझिझक मामले की रिपोर्ट दर्ज कराएं। आपका कोई परिचित सोशल साइट्स पर आपसे कोई ऐसी बात करे जो हमेशा की तरह सामान्य न हो तो सतर्क हो जाएं वह फेक आईडी हो सकती है।

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