नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनतांत्रिक एनडीए से टिकट कटने से नाराज बेबी कुमारी ने भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। पहले उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान किया था ,लेकिन शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने बताया कि वह लोक जनशक्ति पार्टी से चुनाव लड़ेंगी। वह 19 अक्टूबर को अपना नामांकन करेंगी।
इस दौरान वह फूट-फूटकर रो पड़ीं। उन्होंने कहा कि उनके साथ छल हुआ। बेबी ने वीआईपी पर तीन करोड़ रुपये में टिकट बेचने का आरोप लगाया। इस दौरान लोजपा सांसद वीणा देवी भी मौजूद रहीं। एनडीए की गुरुवार को जारी हुई अंतिम सूची में बोचहा सीट से वीआईपी के मुसाफिर पासवान का नाम था। अपनी सीट का टिकट वीआईपी उम्मीदवार को मिलता देखे मौजूदा विधायक और भाजपा नेता बेबी कुमारी ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी। शुक्रवार को उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस बुलाई। प्रेस कांफेंस की शुरुआत में ही वह फफक-फफक कर रोने लगीं।
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विधायक बेबी कुमारी ने भाजपा पर अपमानित करने और वीआईपी सुप्रीमो पर छल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वीआइपी ने केवल मेरा ही नहीं, जनता का अपमान किया है। इसका परिणाम 10 नवंबर को देखेने को मिलेगा।’ इसके बाद उन्होंने लोजपा संसदीय दल की सदस्य वैशाली सांसद वीणा देवी के मार्गदर्शन में चुनाव लड़ने की घोषणा की। उन्होंने साफ किया कि अब वह निर्दलीय नहीं लोजपा के सिंबल पर चुनाव लड़ेंगी।
प्रेस कांफेंस में सांसद वीणा देवी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के हवाले से बेबी कुमारी को बोचहां से प्रत्याशी बनाए जाने की घोषणा की। सांसद ने उन्हें अपनी छोटी बहन बताया। कहा कि अब छोटी और बड़ी बहन मिलकर क्षेत्र की जनता की सेवा करेंगी।
बेबी कुमारी ने 2015 के चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में आरजेडी के रमई राम जैसे दिग्गज को हराया था। उसके बाद वह बीजेपी शामिल हो गई थीं और पार्टी ने उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष भी बनाया। बीजेपी ने बोचहा सीट मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी को दे दी थी और अब पूर्व विधायक मुसाफिर पासवान यहां से एनडीए के अधिकृत उम्मीदवार हो गए हैं। इसके बाद बेबी ने कहा कि उनके साथ गद्दारी हुई है। मुसाफिर पासवान ने आरजेडी के टिकट पर 2009 के उपचुनाव में रमई राम को यहां से हराया था।