उत्तर प्रदेश में बदायूं के उघैती क्षेत्र में महिला की सामूहिक बलात्कार के बाद हत्या के मामले के तीन आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये पुलिस रिमांड की अर्जी को स्वीकार कर लिया है जिसके बाद पुलिस आज तीन आरोपियों से शाम पांच बजे तक पूछताछ करेगी। पुलिस तीनो को घटनास्थल पर भी लेकर जाएगी।
पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि उघैती कांड के तीनों आरोपियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है लेकिन अभी भी कई सवाल ऐसे हैं जिनका जवाब मिलना जरूरी है जिनको जानने के लिए तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेना जरूरी हो गया था। मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए तीनों आरोपियों को रिमांड पर लेने की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत से मांग की गई थी। शाम को अदालत ने तीनों आरोपियों को एक दिन की रिमांड देने का निर्णय किया है।
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उल्लेखनीय है कि उघैती थाना क्षेत्र में महिला की सामूहिक दुष्कर्म के बाद नृशंस तरीके से हत्या किए जाने के मामले में पुलिस कोई रिस्क लेना नहीं चाहती है। पुलिस गहन छानबीन के बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचना चाहती है। घटना को लेकर शुरुआत में पुलिस द्वारा काफी लापरवाही बरती गई थी।
इस मामले में पीड़ित परिवार के सदस्यों के बयान भी विरोधाभासी हैं। कुछ परिजन कह रहे हैं कि जब महंत और उसके साथी महिला को घर छोड़ कर गए थे तो वह मृत अवस्था में थी, जबकि कुछ सदस्यों ने बताया कि महिला जीवित थी।
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महिला का पति इस घटना पर लगातार चुप्पी साधे हुआ है। उधर बोलेरो गाड़ी के ड्राइवर आरोपी जसपाल के परिजन भी उसे लगातार बेगुनाह बता रहे हैं। उनका कहना है कि वह तो टैक्सी चालक है और किसी की परेशानी या बीमारी अथवा अन्य काम के लिए टैक्सी लेकर सदैव उपलब्ध रहता है। उसका इस घटना में कोई भी संलिप्तता नहीं है। वह वेगुनाह है, उसे रिहा किया जाना चाहिए। मुरादाबाद व लखनऊ से आई फॉरेंसिक जांच टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना किया और पूरे क्राइम सीन को रीक्रिएट करके देखा।