उत्तर प्रदेश में बागपत के डूंडाहेड़ा चौराहा के पास स्थित कूलर के पर्दे (गत्ते की घास) बनाने वाली फैक्ट्री में शार्ट सर्किट से आज आग लगी। फैक्ट्री के मजदूर तो बच गए लेकिन करोड़ों का सामान जलकर नष्ट हो गया। फायरकर्मियों ने मशक्कत से आग बुझाई जिससे घंटा भर आवागमन पूरी तरह बाधित रहा।
पुलिस ने यहां कहा कि दिल्ली-यमुनोत्री नेशनल हाइवे पर डूंडाहेड़ा चौराहे से 50 कदम दूर शाहदरा निवासी अश्विनी तोमर की कूलर के पर्दे बनाने की फैक्ट्री है। रोजाना की भांति शुक्रवार को भी कर्मचारी काम कर रहे थे। गत्ते की वेस्टेज को गलाते समय मशीन के मोटर में शार्ट सर्किट से आग लगी। कर्मचारियों ने पानी डालकर आग को बुझाने का प्रयास किया, लेकिन आग ने फैक्ट्री को आगोश में समा लिया।
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जान बचाने को कर्मचारी बाहर की तरफ भागे और फायर स्टेशन पर सूचना दी। आग से एनएच पर भी वाहनों का आवागमन प्रभावित हो गया। एक घंटे में आग पर काबू पाया गया । मालिक के मुताबिक करीब ढाई करोड़ रुपयों का नुकसान हुआ है। गनीमत रही कि कोई कर्मचारी आग की चपेट में नहीं आया।